दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ से निकलकर हरियाणा में जाकर छिपे जमातियों के ख़िलाफ़ राज्य सरकार का रुख सख्त हो गया है। सरकार का कहना है कि अब राज्य में छिपे जमातियों के ख़िलाफ़ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने जमात से लौटे सभी लोगों को बुधवार तक सरेंडर करने का समय दिया था। इसके बाद 200 तबलीगी जमातियों ने खुद को अलग-अलग जिलों में प्रशासन के सामने पेश किया। अब आने वाले समय में जो भी जमाती पकड़ा जाएगा, उसपर हत्या का प्रयास करने का मामला दर्ज होगा। बता दें, राज्य में अब तक मिले जमातियों की संख्या 1562 हो गई है। इनमें से 82 जमाती ऐसे हैं जिन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया और 590 की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि बुधवार शाम 5 बजे के बाद किसी भी जिले में छिपे हुए तबलीगी जमाती के पकड़े जाने पर उसके खिलाफ़ हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा 307) में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिर उसका कोरोना टेस्ट होगा। यदि टेस्ट पॉजिटिव रहा तो यह मुकदमा चलता रहेगा। रिपोर्ट निगेटिव आने की स्थिति में उसपर से धारा 307 हटा दी जाएगी।
दैनिक जागरण के मुताबिक, इस खबर की पुष्टि खुद राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने की है। माना जा रहा कि अब पुलिस हर जिले में छिपे हुए तबलीगी जमातियों की धरपकड़ करेगी, ताकि उनके जरिए कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके।
इसके अलावा राज्य में पकड़े जा चुके 1562 जमातियों के कोरोना टेस्ट कराने का निर्णय भी राज्य सरकार ने लिया है। इनमें से अब तक 884 का टेस्ट हो चुका है। 590 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 212 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। बाकी जमातियों के भी टेस्ट चल रहे हैं। जो शुक्रवार तक पूरे होने की संभावना है। बता दें, 1562 जमातियों में 1036 दूसरे राज्यों के, 419 हरियाणा के और 107 जमाती विदेशी हैं।
जमातियों के प्रति अपने कड़े रुख पर गृह मंत्री अनिल विज ने इन्हें समाज का दुश्मन बताया। उन्होंने कहा कि इनके कारण पूरे प्रदेश की जिंदगी को दाव पर नहीं लगाया जा सकता। बड़ी संख्या में इनपर काबू किया जा चुका है। अब आगे किसी के पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। उनका कहना है कि हमने इन जमातियों को बाहर आने का काफी समय दिया। अब और समय नहीं दिया जा सकता।
वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री ने भी जमातियों को लेकर बयान दिया है। उन्होंने तबलीगी जमातियों के लिए कहा कि छिपना किसी समस्या का समाधान नहीं है। अभी भी यदि कोई सामने आएगा तो कानूनी तौर तरीकों का इस्तेमाल करते हुए क्वारंटाइन के बाद उसे जाने दिया जाएगा। उन्होंने माना कि राज्य में कोरोना पाजीटिव मामलों की संख्या इन तबलीगी जमातियों की वजह से बढ़ी है, लेकिन अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा। उन्हें बाहर निकलना चाहिए।