लाल चौक पर तिरंगा लहराने के बाद से ही करणी सेना के अध्यक्ष को मिल रही थी धमकियाँ, हत्या की जाँच के लिए SIT: जयपुर आ सकती NIA भी

लाल चौक पर तिरंगा लहाने के बाद पाकिस्तान से भी मिली थी गोगामेड़ी को धमकी (फोटो साभार: आज तक)

राजस्थान के जयपुर में मंगलवार (5 दिसंबर 2023) को ‘श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना’ के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की जाँच के लिए राजस्थान पुलिस ने SIT का गठन किया है।

रिपोर्टों के अनुसार गोगामेड़ी को पाकिस्तान से भी जान से मारने की धमकी मिली थी। इसके कारण केस NIA को सौंपे जाने की भी संभावना जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 15 अगस्त 2018 को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी करणी सेना के अन्य सदस्यों के साथ जम्मू-कश्मीर गए थे। यहाँ उन्होंने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा झंडा फहराया था।

बताया जा रहा है कि इसके बाद से उनको लगातार धमकियाँ दी जा रही थी। खुद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने पाकिस्तान से धमकियाँ मिलने की शिकायत प्रशासन से की थी। इसके चलते ही वे लंबे समय से पुलिस सुरक्षा की माँग कर रहे थे। इस बावत उन्होंने साल 2022 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी।

सुखदेव सिंह का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो प्रशासन पर अपनी सुरक्षा को ले कर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे। वीडियो में वे कह रहे हैं कि प्रशासन यह तक जाँच नहीं करा रहा है कि उनको मिल रहीं धमकियाँ पाकिस्तान से हैं या किसी ने इंटरनेट कॉल के जरिए दी हिअ। इसी वीडियो में उन्होंने भारत के भी कुछ नंबरों से खुद को धमकियाँ मिलने की बात कही है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि उनकी हत्या की जाँच NIA (राष्ट्रीय जाँच एजेंसी) को दी जा सकती है। जल्द ही NIA के 4 सदस्यों की टीम के जयपुर पहुँचने की बात भी कही जा रही है।

भाजपा नेता राजेंद्र राठौर ने भी केंद्रीय गृहमंत्री को एक पत्र लिख कर मामले की जाँच NIA से कराए जाने की माँग की है। वहीं राजस्थान पुलिस ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड की जाँच के लिए SIT का गठन कर दिया है। इस विशेष जाँच दल का नेतृत्व जयपुर पुलिस के एडिशनल कमिश्नर कैलाश चंद विश्नोई कर रहे हैं।

इस मामले में 2 शूटरों को गिरफ्तार किया गया है। एक मकराना का रोहित और दूसरा हरियाणा स्थित महेंद्रगढ़ का नितिन फौजी। नितिन फौजी भारतीय सेना में है। उसने ही करणी सेना के अध्यक्ष के सिर में गोली मारी थी। वो पंजाब के बठिंडा के जेल में बंद संपत नेहरा से संपर्क में था, जिसने इस हत्याकांड की साजिश रची।

संपत नेहरा को लॉरेंस बिश्नोई का ‘मैनेजर’ कहा जाता है। पहले वो राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी हुआ करता था, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी के DAV कॉलेज में लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आने के बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों से भी पूछताछ चल रही है, जिसने फेसबुक के माध्यम से इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। राजस्थान में संपत नेहरा और रोहित गोदारा ने मिल कर कई वारदातों को अंजाम दिया है।

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के लिए उनके ही पुराने गनर को माध्यम बना कर बदमाश उनके घर में घुसे थे। एक डील का लालच दिया गया था। बातचीत के लिए इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल किया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया