‘50% भी हिंदू जग गए तो मुस्लिम इतिहास बन जाएँगे, नमाज की जगह नहीं मिलेगी’: इस्लामी विद्वान ने मुस्लिमों को चेताया – छिपने की जगह नहीं मिलेगी

डॉ रिजवान अहमद (पुरानी वीडियो से लिया गया स्क्रीनशॉट)

बीते कुछ दिनों में कट्टरपंथी नेताओं ने हिंदू विरोधी बयान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी बीच भारत को इस्लामी मुल्क बनाने की और हिंदुओं से इस्लाम कबूल करवाने की साजिशों का भी पर्दाफाश हुआ। अब ऐसे ही माहौल सोशल मीडिया पर एक इस्लामी स्कॉलर डॉ सैयद रिजवान अहमद का पुराना वीडियो वायरल होना शुरू हुआ है।

ये वीडियो कब का है और किस संदर्भ में है, इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है। लेकिन इस वायरल वीडियो में वह उन कट्टरपंथियों को जवाब देते सुनाई पड़ रहे हैं जो समझते हैं कि मुगलों ने हिंदुओं पर सदियों राज किया है और वो भी अब दोबारा से वैसा दौर ला सकते हैं।

फेस टू फेस नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाले डॉ सैयद अहमद इस वीडियो में किसी कट्टरपंथी को जवाब देते सुनाई पड़ते हैं। वह कहते हैं “तुझे अगर 800 साल की हुकूमत याद है और तू उसे फक्र से बोल रहा है तो जिस दिन इस देश के हिंदू को 800 साल के सारे गम, गुस्सा और जुल्म याद आ गए, तो तुझे हिंदुस्तान में छिपने की जगह नहीं मिलेगी और तेरे साथ हम भी पिटेंगे। तू और तेरे बच्चे दौड़ा-दौड़ा कर मारे जाएँगे और तेरे साथ हम भी पिटेंगे। हम भी दौड़ा-दौड़ा कर मारे जाएँगे।”

रिजवान कहते हैं, “शुक्र कर हिंदू को पूरा 800 साल अच्छी तरह से याद नहीं है। पहले तो वो 800 था नहीं। झूठ बोला जाता है। पूरे हिंदुस्तान पर कुल 175 साल मुसलमान ने हुकूमत की है। (वो भी अलग-अलग जगह)। खैर, चलो उसमें नहीं पड़ते। शुक्र कर हिंदू को वो पूरे 800 साल याद नहीं है। वो आज मथुरा काशी की बात कर रहा है। अगर हिंदू को 800 साल याद आ गए तो 30,000 मंदिरों की बात करेगा। मस्जिद नहीं बचेगी नमाज पढ़ने के लिए।”

पुरानी वीडियो की छोटी क्लिप में वह कहते सुनाई पड़ रहे हैं, “800 साल का भूल जा। 2020 में जो तू 800 साल की याद दिला रहा है वो तेरे अंदर का जहर दिखाता है और उस हिंदू को न जगा। अभी मुट्ठी भर जगा है तो ये हाल हो गया। 30-35% मुश्किल से जगा है वो भी संवैधानिक दृष्टि से, लोकतांत्रिक दृष्टि से, कोर्ट की दृष्टि से। कहीं खोपड़ी सनकी हिंदू की और 50 फीसद भी जाग गया, तीसरी आँख खुल गई तो जगह नहीं मिलेगी छिपने की। इतिहास बन जाएगा मुसलमान। समझा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया