इमाम, मदरसा शिक्षक वर्षों से मदरसों, मस्जिदों में अल्लाह के नाम पर बच्चों का बलात्कार करते रहे हैं: तस्लीमा

तस्लीमा ने कहा है- ‘बांग्लादेश के मस्जिद और मदरसों में रोजाना बलात्कार की घटनाएँ हो रही हैं।

मजहबी कट्टरपंथ पर अक्सर बेबाक टिप्पणी देने वाली लेखिका तस्लीमा नसरीन (Taslima Nasrin) ने आरोप लगाया है कि बांग्लादेश के मस्जिद-मदरसों में हर दिन बलात्कार होते हैं। तस्लीमा नसरीन ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए बांग्लादेश के मस्जिद-मदरसों की स्थिति को लेकर यह बयान दिया है।

तस्लीमा नसरीन ने लिखा, “बांग्लादेश में रोजाना मस्जिद-मदरसे में बलात्कार हो रहे हैं। अल्लाह के नाम पर बलात्कार हो रहे हैं। मदरसे के बलात्कारी-शिक्षक, बलात्कारी-मस्जिद के इमामों का मानना है कि अगर वो पाँच वक्त की नमाज अदा करेंगे तो उनके गुनाह आजाद होंगे, क्योंकि अल्लाह माफ कर रहा है।”

https://twitter.com/taslimanasreen/status/1335929767141330949?ref_src=twsrc%5Etfw

हालाँकि, तस्लीमा का यह बयान एकबार फिर विवाद का विषय बनता नजर आ रहा है लेकिन वास्तविकता यह है कि अक्सर ऐसे कई मामले देखे गए हैं जब मदरसे या फिर किसी मजहबी जगह पर मजहब विशेष के लोग बलात्कार या सामाजिक अपराध की किसी घटना को अंजाम देते हुए पाए गए हैं। सोशल मीडिया के दौर में ऐसे अपराध फौरन ही सबके सामने भी आ जाते हैं।

गौरतलब है कि विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन अक्सर मजहब विशेष के आडम्बरों के खिलाफ अपनी आवाज उठाती हैं। यही वजह भी है कि कट्टरपंथियों ने कई बार उनके खिलाफ फतवे जारी कर उनकी हत्या तक की भी धमकी दी है। इस कारण उन्हें अपना देश बांग्लादेश छोड़ना पड़ा और अब वो निर्वासित होकर भारत में रह रही हैं।

कुछ ही समय पहले लेखिका ने एआर रहमान की बेटी खतीजा द्वारा बुर्का पहनने पर भी सवाल उठाया था और कहा था कि उनकी बेटी को ऐसा देख मुझे घुटन होती है। जिसके बाद एआर रहमान की बेटी ने तस्लीमा को जवाब दिया कि अगर मुझे देखकर आपको घुटन होती है तो उन्हें ताजी हवा में साँस लेनी चाहिए।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया