डॉक्टरों के साथ जमातियों की बदसलूकी अब कानपुर मेडिकल कॉलेज में: थूक-थूक कर फैलाई गंदगी, बैठते हैं साथ

मेडिकल स्टाफ के साथ अभद्रता कर रहे जमाती

कोरोना कैरियर बन चुके तबलीगी जमातियों के सदस्य इलाज के दौरान अस्पताल के स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। मेडिकल स्टाफ के साथ अश्लील हरकतें करने के अलावा उनके द्वारा क्वारंटाइन के नियम-कायदे तोड़ने की खबरें भी लगातार देश के कई हिस्सों से आ रही हैं।

ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से आ रहा है। यहाँ इलाज के दौरान जमाती वार्ड में इधर-उधर थूक रहे हैं। इतना ही नहीं स्टाफ को भी गालियाँ दे रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने इसकी शिकायत की है। बता दें कि कानपुर में तबलीगी जमात से लौटे 22 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के संदिग्ध होने के चलते क्वारंटाइन किए गए हैं।

‘हैदराबाद चलो, वहाँ जन्नत की सैर कराऊँगा’ – नर्सों को देख सीटी बजाते, छूने की कोशिश करते जमाती: एक और हॉस्पिटल से आई शिकायत

‘नर्स के सामने नंगे हो जाते हैं जमाती: आइसोलेशन वार्ड में गंदे गाने सुनते हैं, मॉंगते हैं बीड़ी-सिगरेट’

कोरोना मरीज बनकर फीमेल डॉक्टर्स को भेज रहे हैं अश्लील सन्देश, चैट में सेक्स की डिमांड: नौकरी छोड़ने को मजबूर है स्टाफ

फलों पर थूकने वाले शेरू मियाँ पर FIR पर बेटी ने कहा- अब्बू नोट गिनने की आदत के कारण ऐसा करते हैं

गाजियाबाद के बाद अब कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के क्वारंटाइन वार्ड में जमातियों ने मेडिकल व पैरामेडिकल स्टॉफ का सहयोग न करते हुए उनके साथ बदसलूकी की है। थूक-थूककर गंदगी फैला दी है। सोशल डिस्टेंसिंग का भी मजाक उड़ाया गया। क्वारंटाइन में रहने के बावजूद ये लोग एक ही बेड पर बैठे रहते हैं। मना करने पर भी नहीं मानते हैं। ये जमाती डॉक्टरों से जाँच कराने से भी इंकार कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ आरती लाल चंद्दानी ने इस मामले पर शिकायत दर्ज कराई है।

प्राचार्या आरती लाल चंद्दानी ने कहा, “दिल्ली निजामुद्दीन तबलीगी मरकज में हुई जमात में शामिल 22 लोग हमारे यहाँ आए थे। डॉक्टरों की टीम के साथ वार्ड ब्वाय, नर्स, टेक्निशियन सभी पूरे सुरक्षा किट के साथ मरीजों की सेवा कर रहे थे। लेकिन जमात के लोग डॉक्टरों से बदसलूकी कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनके साथ बात-बात पर बहस कर माहौल खराब करने का काम कर रहे है। इसके साथ ही क्वारंटाइन वार्ड में थूक-थूक कर गंदगी फैला रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “डॉक्टर कठिन परिस्थितियों में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। यह बहुत ही कठिन काम होता है। सुरक्षा सूट 6 घंटे से ज्यादा पहना नहीं जाता है। इसके बाद भी यह रोटेशन से ड्यूटी करते हैं। एक अलग कमरे में रहना पड़ता है, वो अपने परिवारों से भी नहीं मिल पाते हैं और 21 दिन बाद इनकी ड्यूटी बदलती है। जिनकी सेवा में हमारे डॉक्टर लगे थे, उन्होने अच्छा बर्ताव नहीं किया है। इससे बहुत दु:ख हुआ है। उन्होने थूक-थूक कर गंदगी की। किसी की बात नहीं मान रहे थे। आपस में इकट्ठा हो रहे थे। इसके साथ ही डॉक्टरों को बुरा भला कह रहे थे।”

उल्लेखनीय है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के एमएमजी हॉस्पिटल और सुंदरदीप आयुर्वेदिक कॉलेज में इस तरह की घटनाएँ सामने आई थी। एमएमजी हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में रखे गए तबलीगी जमाती बिना कपड़ों, पैंट के नंगे घूम रहे थे, अश्लील वीडियो चलाने के साथ ही ये जमाती नर्सों को गंदे-गंदे इशारे कर रहे थे और नर्सों से बीड़ी-सिगरेट की माँग भी कर रहे थे। इनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। वहीं सुंदरदीप आयुर्वेदिक कॉलेज में भी इन जमातियों ने महिला स्टाफ के साथ अभद्रता की और फब्तियाँ कसीं

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया