उत्तर प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ जारी अभियान के तहत शनिवार (सितंबर 25, 2021) को मऊ जिला प्रशासन ने गैंगस्टर विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी कोयला माफिया एवं त्रिदेव कंस्ट्रक्शन के मालिक उमेश सिंह का भीटी में 10 करोड़ रुपए की लागत से बना चार मंजिला मकान बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। प्रशासन के इस कार्रवाई से माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
ये कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर हुई। जानकारी के अनुसार ये अवैध रूप से निर्मित यह मार्ट पिछले कई सालों से संचालित हो रहा था। मऊ सिटी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में अवैध तरीके से निर्माण करने का मुकदमा स्टेट बनाम उमेश सिंह, अजय सिंह, विजय सिंह और विनय सिंह के खिलाफ चल रहा था। इसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने शुक्रवार (सितंबर 24, 2021) को ध्वस्तीकरण का आदेश जारी कर दिया।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
आदेश के बाद शनिवार सुबह कोतवाली क्षेत्र के भीटी में बने मेगा मार्ट ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। एडीएम के हरि सिंह, सीओ सिटी धनंजय मिश्रा, ईओ नगर पालिका दिनेश कुमार, शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव, सरायलखंसी एसओ राम सिंह, हलधरपुर एसओ निहार नंदन सिंह समेत नगर पालिका कर्मचारी और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। मामले में सीओ सिटी धनंजय मिश्रा ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है।
पहले भी उमेश पर हुई है कार्रवाई
इससे पहले भी मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी और त्रिदेव ग्रुप के मालिक कोयला माफिया उमेश सिंह, मुन्ना सिंह हत्याकांड का आरोपित है। मऊ प्रशासन ने इससे पहले भी कई मौके पर उमेश की करोड़ो रुपए की संपत्ति को सीज कर जब्त कर चुकी है। पिछले साल अक्टूबर में कोपागंज थाना क्षेत्र के अदरी स्थित त्रिदेव धर्म काँटा और कोल डिपो को जिला प्रशासन ने जब्त कर लिया था। उमेश सरायलखंसी थाने के अहिलाद गाँव का रहने वाला है। मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने बाद बांदा जेल में रखा गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी राज में, बुलडोजर कानून के अधिकार का दावा करने और कानून का पालन करने वाले नागरिकों की भूमि संपत्तियों के साथ-साथ सरकारी संपत्तियों को माफियाओं से बचाने के लिए एक उपकरण के रूप में उभरा है।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “निर्दोष लोगों की संपत्ति व सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों का एक ही उपचार है – बुलडोजर।” सीएम ने कहा कि डीजीपी आवास के पास एक शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा था, तो उन्होंने कहा कि इसका एक ही उपचार है- बुल्डोजर। कभी-कभी ज्यादा पंचायत न करके सीधे जवाब देने की जरूरत होती है। उल्लेखनीय है कि योगी राज में कई माफियाओं के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चल चुका है।