उत्तरकाशी रेस्क्यू ऑपरेशन पर PM मोदी की सीधी नजर, पीएमओ के पूर्व सलाहकार भी मौके पर: 41 मजदूरों के सुरंग से जल्द बाहर आने की उम्मीद

उत्तरकाशी सुरंग रेस्क्यू (चित्र साभार: India Today)

उत्तराखंड में स्थित उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फँसे 41 मजदूर जल्द ही बाहर आ सकते हैं। सुरंग के भीतर ड्रिलिंग का काम फिर से चालू हो गया है। ये मजदूर 12 नवम्बर 2023 से सुरंग के भीतर फँसे हुए हैं। हाल ही में एक अन्य पाइप और कैमरे को मजदूरों तक पहुँचने पर उनके जल्द निकलने की उम्मीद जगी थी।

दरअसल, ये मजदूर 12 नवम्बर 2023 की सुबह सुरंग में अचानक मलबा आ जाने के कारण सभी इसके अंदर फँस गएृ। इसके बाद से इन्हें रेस्क्यू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस रेस्क्यू में NDRF, SDRF, राज्य प्रशासन, BRO और अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट भी लगे हुए हैं। सबसे पहले मलबा हटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन लगातार नया मलबा आ जाता था।

इसके पश्चात ऑगर मशीनें लगाकर 3 फीट की व्यास वाली पाइप के जरिए मजदूरों को निकालने का प्रयास किया गया था। इन पाइप को मलबे के बीच से गुजार कर मजदूरों तक पहुँचाने का प्लान बनाया गया था। इसके लिए पाइप को वायुसेना ने उत्तरकाशी तक पहुँचाया भी है। इस मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री मोदी लगातार नजर बनाए हुए हैं।

पाइप को अंदर धकेलने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीनों का सहारा लिया जा रहा है। हालाँकि, मशीनों में खराबी आने और अन्दर से पहाड़ के दरकने की आवाजों के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा था। इसके अतिरिक्त, मशीनों से डाले जाने वाले पाइप में दूसरा पाइप जोड़ने के लिए वेल्डिंग भी करनी पड़ती है, जिसे ठंडा किया जाता है। इसमें भी समय लगता है।

हालाँकि, घटनास्थल पर बीते दो दिनों में काफी अच्छी प्रगति हुई है। सबसे पहले मजदूरों तक 6 इंच व्यास वाला पाइप पहुँचाया गया, जिसके माध्यम से खाना-पानी और फिर कैमरा भेजा गया। इसके जरिए मजदूरों से लाइव कॉनट्रैक्ट भी किया गया है। इन मजदूरों को इस पाइप के माध्यम से कपड़े और माइक्रोफोन भेजे गए।

पाइप अन्दर भेजने में काफी अच्छी प्रगति हो रही है। कुल 60 मीटर का इलाका ऐसा है, जिसमें मलबा आया है, अभी तक इसमें से 39 मीटर तक पाइप भेजा जा चुका है। 20-25 मीटर और पाइप डालने के बाद मजदूर बाहर आ सकेंगे। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि कल से काफी अच्छी प्रगति हो रही है।

सुरंग के बाहर उत्तराखंड सरकार ने लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी भेज दी है। मजदूरों के बाहर आने के तुरंत बाद ये एम्बुलेंस उन्हें लेकर मेडिकल चेकअप के लिए लेकर जाएगी।

सुरंग से मजदूरों को निकालने के लिए बाक़ी रास्तों पर भी काम चालू हो गया है। सुरंग के दूसरे मुहाने बड़कोट की तरफ से भी खुदाई चालू हो गई है।

सुरंग में ऊपर की तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग का भी काम चालू हो गया है। घटनास्थल पर पीएमओ में पूर्व ऑफिसर भाष्कर खुलबे, पीएमओ में अफसर मनोज घिल्डियाल, अंतरराष्ट्रीय सुरंग एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स और अन्य अधिकारी मौजूद हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया