‘बिहारी’ कहने पर ग्वालियर में बवाल, सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर मारा; कट्टा और पत्थर से हमला

ग्वालियर में 'बिहारी' कहने पर मारपीट की घटना (फोटो साभार: दैनिक भास्कर)

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक वाकया सामने आया है, जहाँ एक सब्जी विक्रेता ने सब्जी खरीदने आए दो युवकों को ‘बिहारी भाई’ कह दिया। इसके बाद दोनों युवक उस समय तो बिना कुछ कहे चले गए, लेकिन जल्द ही लौटे। उन्होंने उस सब्जी विक्रेता को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वो पूरी तैयारी के साथ लौटे थे और उन्होंने सब्जी विक्रेता के मुँह पर पत्थर मारे। जब उसके साथी बीच-बचाव करने आए तो उन पर लाठी-डंडों और कट्टे से हमला किया गया।

जब इस वारदात के समय भीड़ जुटने लगी तो हमलावर वहाँ से भाग खड़े हुए। ये घटना सोमवार (जुलाई 5, 2021) की है। मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में FIR दर्ज कर ली है। लोगों के सामने ये घटना तब आई, जब सोमवार की शाम इसका वीडियो वायरल होना शुरू हुआ। इस वीडियो में सब्जी विक्रेता की पिटाई होते देखा जा सकता है।

उसके हाथ में लोहे का कड़ा फँसा कर उसके मुँह पर मारते हुए भी हमलावरों को देखा जा सकता है। पत्थर से उस पर हमला बोला गया और उसे बचाने आए लोगों को भी नहीं छोड़ा गया। दोनों युवक कट्टा भी रखे हुए थे। हालाँकि, उन्होंने कट्टे के बट से ही वार किया और इससे फायरिंग नहीं की। बचने के लिए जब सब्जी विक्रेता भागा तो हमलवारों ने खदेड़ कर उसे पकड़ा। ये घटना डीडी नगर इलाके की है।

‘बिहारी’ कहने पर ग्वालियर में मारपीट

महाराजपुरा थाने में इस सम्बन्ध में FIR दर्ज की है, लेकिन हमलावर अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं। पीड़ित व्यक्ति का नाम विकास लोधी है, जो सिंधिया स्टेच्यू के पास सब्जी का ठेला लगाता है। इसी दौरान विकास के पड़ोस में ही रहने वाले अखिलेश पाठक और आकाश चौहान प्याज खरीदने आए थे। भाव पूछने पर विकास ने कह दिया कि ‘ले लो बिहारी भाई, 40 रुपए किलो है’, जिससे वो भड़क गए और वापस लौटे।

उन्होंने उस समय कुछ नहीं कहा था, लेकिन लौट कर पूछा कि उन्हें उसने बिहारी क्यों कहा। इसके बाद हमला कर दिया गया। दोनों युवक बिहार के ही हैं। पुलिस इन दोनों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। घायल सब्जी विक्रेता ने पुलिस को अपना बयान भी दिया है। वायरल वीडियो का भी मध्य प्रदेश पुलिस ने संज्ञान लिया है। सिंधिया स्टेचू चौराहा पर हुई इस घटना की लोगों ने आलोचना की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया