आजतक की रिपोर्ट से पता चलता है कि अवैध अतिक्रमण करने वाले मतीन ने खुद ही पूरे विवाद के बीच मंदिर के आसपास किया अतिक्रमण हटाने का फैसला लिया। मतीन ने मीडिया से बातचीत में भी कहा कि कहा- “मकान का अवैध अतिक्रमण हटाने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है। मकान का जो भी हिस्सा आगे निकला हुआ है उसे हटवा दिया जाएगा। हमारे पास नक्शा नहीं है। हमने बच्चों से भी ज्यादा मंदिर का ध्यान रखा है।”
बता दें कि संभल प्रशासन ने खग्गूसराय में मंदिर के पास हुए अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने की पूरी योजना बना ली है। एसएसपी ने खुद पुलिसकर्मियों के साथ मकान के अवैध निर्माण की पहचान की है। साथ ही अफसरों ने मकान मालिकों से संपत्ति का ब्यौरा भी माँगा है। वहीं मालूम हो कि 46 साल बाद मिले इस मंदिर की कार्बन डेटिंग कराने की भी तैयारी चल रही है।