भारत में बढ़ते लिव-इन रिलेशन के बढ़ते प्रचलन के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस रिलेशनशिप और समलैंगिक विवाह को ‘समाज के नियमों के खिलाफ’ बताया है। उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशन और समलैंगिक विवाह से सामाजिक संरचना ध्वस्त हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समाज में कुछ नियम होते हैं और उनका पालन किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि एक बार वे लंदन में ब्रिटिश संसद का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से वहाँ के प्रमुख मुद्दों के बारे में पूछा था। तब उन्होंने बताया था कि यूरोपीय देशों की सबसे बड़ी समस्या लिव-इन रिलेशनशिप है, क्योंकि यहाँ पुरुष और महिलाएँ शादी करने में रुचि नहीं रखते। उन्होंने कहा कि अगर स्त्री-पुरुष शादी नहीं करेंगे तो बच्चे कैसे पैदा होंगे और समाज कैसे बनेगा?
नितिन गडकरी ने देश में संतुलित लिंगानुपात पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “यदि लिंगानुपात उस बिंदु पर पहुँच जाता है, जहाँ 1500 महिलाएँ और केवल 1000 पुरुष हैं तो हमें पुरुषों को दो पत्नियाँ रखने की अनुमति देनी पड़ सकती है।” उन्होंने कहा कि कम या ज्यादा बच्चे पैदा करना पति-पत्नी पर निर्भर करता है, लेकिन बच्चों की परवरिश बेहतर होनी चाहिए।