सोनिया गाँधी, नेशनल हेराल्ड से लेकर पार्थ, राउत और नवाब मलिक तक: ED के 10 हाई-प्रोफाइल मामले जो 2022 में सुर्खियों में रहे

सोनिया गाँधी, नेशनल हेराल्ड से लेकर पार्थ, राउत और नवाब मलिक तक: ED के 10 हाई-प्रोफाइल मामले

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारत में वित्तीय गबन व धोखाधड़ी की जाँच करने वाली केंद्रीय एजेंसी है। प्रवर्तन निदेशालय इस साल 10 हाई-प्रोफाइल मामलों के कारण सुर्खियों में रहा। आर्थिक अपराधों पर लगाम लगाने के लिए ईडी कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी से लेकर, राहुल गाँधी, राकांपा के नवाब मलिक और शिवसेना के संजय राउत पर शिकंजा कस चुकी है। आइए जानते हैं वो 10 हाई-प्रोफाइल मामले कौन हैं।

1 – सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी

नेशनल हेराल्ड न्यूजपेपर (National Herald) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कई बार कॉन्ग्रेस पार्टी की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को तलब कर चुकी है। नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल गाँधी दोनों आरोपित हैं। इस मामले में देश भर में 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई। इसमें नेशनल हेराल्ड का दफ्तर भी शामिल है। दोनों नेताओं पर सेक्शन 120 (B)(आपराधिक षडयंत्र) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत केस दर्ज हैं।

2- पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी

पार्टी से सस्पेंड कर दिए गए TMC नेता पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और अर्पिता मुखर्जी करोड़ों रुपए के एसएससी भर्ती घोटाले को लेकर ईडी की हिरासत में हैं। ममता सरकार में मंत्री रहे पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी के अलग-अलग फ्लैटों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी में अब तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो सोना बरामद कर चुका है।

3- सत्येंद्र जैन

इस साल 6 जून को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ‘आप’ नेता सत्येंद्र जैन के घर सहित उनके 7 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने 2.82 करोड़ की अघोषित नकदी व 1.80 किग्रा सोना बरामद किया था। इसके बाद ईडी ने 9 जून को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जैन को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था।

4- संजय राउत

ईडी को संजय राउत के बैंक अकाउंट में पहले 1 करोड़ 6 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली थी। इसके बाद दो और ट्रांजेक्शन (1.08 करोड़ रुपए और 1.15 करोड़ रुपए) का भी पता चला है। इस मामले में ईडी ने संजय राउत को पहले ही अरेस्ट कर लिया। 

5- राणा कपूर

यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor) ने इस साल अप्रैल में प्रवर्तन निदेशालय (ED: Enforcement Directorate, ईडी) के सामने बड़ा खुलासा किया था। राणा कपूर ने ईडी को बताया कि उन्हें कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गाँधी वाड्रा से एमएफ हुसैन (MF Husain) की एक पेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर किया गया था।

6- नवाब मलिक

ED ने इस साल अप्रैल में नवाब मलिक की करोड़ों की संपत्ति जब्त थी। एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, उस्मानाबाद में 147.794 एकड़ एग्रीकल्चर लैंड, कुर्ला में तीन फ्लैट और बांद्रा में दो आवासीय फ्लैट शामिल हैं।

7- पूजा सिंघल

आईएएस अफसर पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस साल मई में गिरफ्तार किया था। पूजा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इसके अलावा मनरेगा, कोयला ब्लॉक, खदान, खनिज विभागों में घोटाले का भी आरोप है।

8- फारूक अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 26 जुलाई, 2022 को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

9- कार्ति चिदंबरम

चीनी नागरिकों को रिश्वत के बदले वीजा के मामले में सीबीआई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कॉन्ग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर मामला दर्ज कर जाँच तेज करने का फैसला लिया था। ईडी ने सीबीआई से कुछ दस्तावेजों की डिटेल माँगी था, ताकि जाँच में शामिल किया जा सके। ये दस्तावेज सीबीआई को कार्ति के ठिकानों पर छापेमारी में मिले थे।

10- भूपिंदर सिंह उर्फ हनी

अवैध तरीके से रेत खनन करने के मामले में गिरफ्तार किए गए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी (Bhupinder Singh) को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वह ED के सामने अपना अपराध कबूल चुका था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया