असम की सत्ता से ‘साम्प्रदायिक’ भाजपा को हटाने के लिए कॉन्ग्रेस द्वारा बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) समेत वाम दलों, जैसे- भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और आँचलिक गण मोर्चा के साथ गठबंधन करने के एक दिन बाद ही अजमल ने अपना धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा हटाते हुए धुबरी में बेहद भड़काऊ और सांप्रदायिक भाषण दिया।
बुधवार (जनवरी 20, 2021) को, असम में धुबरी जिले के गौरीपुर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए, AIUDF प्रमुख ने कुछ बेहद भड़काऊ बयान देकर भाजपा के खिलाफ मुस्लिमो में डर पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर भाजपा राज्य में दोबारा सत्ता में आती है, तो वह मस्जिदों को नष्ट कर देगी, और राज्य के मुस्लिमों पर कई प्रतिबंध लगा दिए जाएँगे। उन्होंने कहा, “भाजपा दुश्मन है, देश की दुश्मन, भारत की दुश्मन, महिलाओं की दुश्मन, मस्जिदों की दुश्मन, दाढ़ी की दुश्मन, तलाक की दुश्मन, बाबरी मस्जिद की दुश्मन।”
बदरुद्दीन अजमल ने कहा, “क्या आप इस तरह एक पार्टी को वोट देंगे? अब आपको अधिक सावधान रहने की जरूरत है। अगर आप सावधान नहीं हैं, और अगर भाजपा असम में फिर से सरकार बनाती है तो आपको बुर्का पहनकर आने की इजाजत नहीं होगी, आप चेहरे पर दाढ़ी के साथ घर से बाहर नहीं निकल पाएँगे, आपको ये स्कलकैप (जालिदार टोपी) पहनने की इजाजत नहीं होगी, आपको मस्जिदों में अज़ान जपने की इजाजत नहीं होगी। हम इस तरह एक जगह पर रह पाएँगे?”
AIUDF अध्यक्ष ने और अधिक भड़काऊ टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा ने असम में कई मस्जिदों को अपना निशाना बनाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने देश भर में 3,500 मस्जिदों को सूचीबद्ध किया है, और यदि केंद्र में भाजपा फिर से सत्ता में आती है, तो सरकार इन मस्जिदों को ध्वस्त कर देगी। अजमल ने अपने भाषण में कहा, “मोदी सरकार ने ट्रिपल तलाक की प्रक्रिया को समाप्त कर दिया। बाबरी मस्जिद गिराकर मंदिर का निर्माण किया।”
गौरतलब है कि इस साल कुछ महीने बाद देश में 05 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमें से एक असम भी है। हाल ही में, गुवाहाटी में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कॉन्ग्रेस, एआईयूडीएफ, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई (माले) और आँचलिक गण मोर्चा, यानी 06 पार्टियों ने साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है।