‘यूनिफॉर्म सिविल कोड के पक्ष में हूँ, इसे सख्ती से लागू भी करेंगे’: बुर्का विवाद पर बोले सीएम योगी- ‘देश संविधान से चलेगा शरीयत से नहीं’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (साभार: न्यूज 18)

देशभर में हिजाब (Hijab Controversy) के मुद्दे पर जारी सियासत के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aaditynath) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्देपर कड़ा बयान देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वो यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन करते हैं और अगर अवसर मिला तो वो इसे पूरी सख्ती से लागू भी करेंगे। इसके साथ ही सीएम योगी ने ये एक बार फिर से कहा है कि ये देश संविधान से चलेगा न कि शरीयत से।

जी न्यूज को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सबसे बड़ा मुद्दा करार दिया। महिलाओं और बेटियों को लेकर उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बेटियाँ सुरक्षित हैं। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मुद्दे पर भी बयान दिया और दावा किया कि इस चुनाव में भाजपा 300 सीटों से अधिक जीतने वाली है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता को जनता ने स्वीकार किया है। उन्होंने 80:20 का फार्मूला भी समझाया और बताया कि 2017 के चुनाव में भाजपा 325 सीटें जीतकर आई थी, तो वो 80 फीसदी था, इस बार भी यह 80 की तरफ जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election-2022) के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है। प्रदेश में कुल सात चरणों में मतदान होने हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले भी कर्नाटक बुर्का मामले पर बयान देते हुए कहा था कि इस देश का तंत्र भारतीय संविधान से चलता है न कि शरीयत या इस्लामी कानून से। उन्होंने हिजाब विवाद को लेकर कहा कि किसी को भी अपनी मजहबी आस्था इस देश पर और इसके संस्थानों पर थोपनी नहीं चाहिए। कट्टरपंथी बयानों को लेकर सीएम योगी ने कहा गजवा-ए-हिंद का सपना तो किसी का कयामत तक भी पूरा नहीं होगा।

कट्टरपंथियों पर बरसते हुए उन्होंने कहा था, “ये लोग जान लें ये नया भारत है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी का भारत है। इस नए भारत में विकास सबका होगा, मगर तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा। ये नया भारत संविधान के हिसाब से चलेगा। शरीयत के हिसाब से नहीं। गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया