‘अवांछित कारोबारियों से राहुल गाँधी के संबंध’: गुलाम नबी आजाद ने ‘विदेश में मीटिंग’ से उठाया पर्दा, शरद पवार ने ‘PM की डिग्री’ पर विपक्ष को रगड़ा

गुलाम नबी आजाद, राहुल गाँधी और शरद पवार (साभार: लोकसत्ता और आजतक)

राजनीति में समय और शब्दों की बहुत अहमियत होती है। समय चुनावी मौसम का है और शब्द कॉन्ग्रेस एवं राहुल गाँधी के खिलाफ। कॉन्ग्रेस छोड़कर कर गए वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने राहुल गाँधी पर एक व्यवसायी के साथ संबंधों का आरोप लगाया है। वहीं, UPA गठबंधन के साझेदार NCP प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री की डिग्री को गैर-जरूरी मुद्दा बताया।

नेशनल कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की डिग्री को लेकर विपक्षी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि डिग्री कोई मुद्दा नहीं है। नेता इस पर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। देश कई मुश्किलों का सामना कर रहा है कि इस वक्त इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

पवार ने कहा, “आज कॉलेज डिग्री का सवाल बार-बार पूछा जा रहा है। क्या ये राजनीतिक मुद्दा है?” पवार ने कहा कि केंद्र सरकार को बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, महंगाई जैसे मुद्दों पर घेरा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर लोगों में अलगाव पैदा किया जा रहा है। बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं । ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए।

इससे पहले शरद पवार अडानी समूह पर हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को भी नकार चुके हैं। उन्होंने कहा था कि विदेशी संस्थाएँ अडानी समूह को निशाना बना रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने राहुल गाँधी द्वारा अडानी मामले की में संयुक्त संसदीय समिति (JCP) द्वारा जाँच की माँग को भी खारिज कर दिया। यह तीसरी बार है, जब पवार ने गठबंधन से अलग रुख अपनाया है।

उधर, कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने राहुल गाँधी पर ‘अवांछित कारोबारियों’ से संबंध होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी विदेश जाकर एक ‘अवांछित बिजनेसमैन’ (Undesirable Businessmen) से मुलाकात की थी। बीजेपी ने राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए पूछा है कि ये बिजनेसमैन कौन है।

दरअसल, राहुल गाँधी ने 8 अप्रैल 2023 को एक ट्वीट किया था। इस ट्वीट में कॉन्ग्रेस छोड़ने वाले पुराने नेताओं का उद्योगपति गौतम अडानी के साथ कनेक्शन जोड़ा था। इस लिस्ट में उन्होंने गुलाम नबी आजाद को भी निशाना बनाया था। इसके जवाब में उन्होंने राहुल गाँधी पर यह आरोप लगाया है।

गुलाम नबी आजाद ने कहा, “मेरा कभी किसी उद्योगपति से संबंध नहीं रहा है, जबकि उनके समेत पूरे परिवार के उद्योगपतियों से संबंध रहे हैं। मेरे अंदर उस परिवार (गाँधी परिवार) के लिए बहुत सम्मान है, वरना मैं बताता कि वह देश से बाहर कहाँ-कहाँ गए थे और उद्योगपतियों से मिले थे। यहाँ तक कि ऐसे लोगों से भी मिले, जो अनडिजायरेबल बिजनेसमैन थे।”

कॉन्ग्रेस छोड़कर डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव आजाद पार्टी (DPAP) नाम की राजनीतिक पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने इससे पहले कहा था कि कॉन्ग्रेस अब भी ‘रिमोट कंट्रोल’ से संचालित की जा रही है। उन्होंने यहाँ तक कह दिया था कि पार्टी में अनुभवहीन चापलूसों की नई मंडली इसका कामकाज संभाल रही है। 

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया