Friday, November 22, 2024
Homeराजनीतिदिल्ली में बीजेपी की हार के पीछे छिपी है एक जीत, 63 सीटों पर...

दिल्ली में बीजेपी की हार के पीछे छिपी है एक जीत, 63 सीटों पर बढ़ा पार्टी का वोट प्रतिशत

चुनाव परिणामों के बाद आए आँकड़ों के मुताबिक चुनाव में 53.57% के साथ आम आदमी पार्टी का वोट शेयर घटा है, वहीं 4.26% के साथ कॉन्ग्रेस का भी वोट प्रतिशत भी घटा है। तो वहीं करावल नगर सीट पर आप का सबसे अधिक वोट शेयर घटा है।

भले ही दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन पार्टी के खाते में वोट प्रतिशत बढ़ा है। इतना ही नहीं पिछले दिल्ली में चली केजरीवाल की आँधी और पिछले चुनावों में 3 सीटें पाने वाली बीजेपी को इस बार 8 सीटों पर जीत मिली है।

दिल्ली चुनाव परिणामों का शोर थम सा गया है सभी पार्टियाँ अपनी जीत और हार का विश्लेषण करने में लगी हुई हैं। तो वहीं अरविंद केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम की तैयारी में जुट गए हैं। दूसरी ओर बीजेपी अपनी हार पर गहन मंथन में जुटी हुई है, तो कॉन्ग्रेस पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप के साथ छिड़े घमासान के बीच पार्टी पदाधिकारियों द्वारा इस्तीफा दिए जाने का सिलसिला जारी है।

दिल्ली चुनाव परिणामोंं में सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि बीजेपी की करारी हार में भी उसकी एक बड़ी जीत छिपी हुई है। ऐसा इसलिए कि इस 70 विधानसभा सीटों में से 8 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, जोकि पिछले चुनावों में यह आँकड़ा 3 सीटों पर सिमटा हुआ था। वहीं इसमें गौर करने वाली बात यह कि बीजेपी का इस बार करीब 63 सीटों पर वोट शेयर बढ़ा है। कुल मिलाकर दिल्ली में 38.51% के साथ पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। इतना ही नहीं 20 सीटों पर बीजेपी ने 2015 चुनाव की तुलना में 10 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर बढ़ाया है। बीजेपी ने सबसे ज्यादा वोट शेयर नजफगढ़ सीट पर बढ़ाया है। यहाँ पिछली चुनाव की तुलना में उसका वोट शेयर 21.5 फीसदी बढ़ा है। इन्हीं आँकड़ों के साथ बीजेपी की हार के पीछे पीर्टी की एक जीत भी देखी जा रही है।

चुनाव परिणामों के बाद आए आँकड़ों के मुताबिक चुनाव में 53.57% के साथ आम आदमी पार्टी का वोट शेयर घटा है, वहीं 4.26% के साथ कॉन्ग्रेस का भी वोट प्रतिशत भी घटा है। तो वहीं करावल नगर सीट पर आप का सबसे अधिक वोट शेयर घटा है। अग़र बात करें अन्य राजनीतिक दलों की तो, COI, COIM और NCP को चुनावों में नोटा से भी कम (0.46%) वोट प्रतिशत मिला है।

दिल्ली के लोगों ने आप को जमकर समर्थन दिया है। उसे कुल पड़े मत में 49,74,522 लोगों का समर्थन मिला है। बीजेपी को 35,75,430 एवं कॉन्ग्रेस को 3,95,924 लोगों का समर्थन मिला है। गौरतलब है कि 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान में पूरी कैबिनेट के साथ एक बार फिर से दिल्ली मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिन कपिल मुनि के कारण गंगा धरती पर आईं, मकर संक्रांति के दिन हिंदुओं को मिलता है मोक्ष… खतरे में उनका मंदिर, सो रही...

चक्रवात 'दाना' ने मिट्टी के कटाव को तेज कर दिया है। अब समुद्र और मंदिर के बीच सिर्फ एक किलोमीटर का फासला रह गया है।

पश्चिम बंगाल का राजभवन वक्फ का, देश का सबसे बड़ा ‘कलकत्ता गोल्फ कोर्स’ भी उसी का: बवाल होने पर बंगाल वक्फ बोर्ड ने पल्ला...

बंगाल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष साहिदुल मुंशी ने कहा कि बोर्ड के पास इस बात की कोई तथ्यात्मक जानकारी नहीं है कि बंगाल राजभवन वक्फ संपत्ति है।
- विज्ञापन -