हज़रात, हज़रात, हज़रात… जब मोदी ने इतने बम मारे कि विपक्षी बेंच हुआ धुआँ-धुआँ

तस्वीर हास्य के लिए लगाई गई है, कृपया दिल पर न लें


लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार शाम (फरवरी 07, 2019) को विपक्ष की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कॉन्ग्रेस के 55 साल और अपनी सरकार के 55 महीने के विकास की तुलना की। चुनाव से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन पर अपने अंदाज में करारा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने एक बार यहाँ तक कहा कि कॉन्ग्रेस को अपने राज्यों में कॉन्ग्रेसियों को मोदी की तस्वीर लगानी चाहिए, ताकि उनमें मोदी का डर बना रहे।

हम लाए हैं आपके लिए मोदी के भाषण के वो बिंदु जब मोदी ने विपक्ष में बैठे सांसदों के इलाक़े को, सरदार खान के शब्दों में, ‘धुआँ-धुआँ’ कर दिया:

  • कुछ लोगों के लिए BC और AD की अपनी परिभाषा है। उनके लिए BC का मतलब Before Congress और AD का मतलब After Dynasty है।
  • आप कह रहे हैं मोदी संस्थानों को खत्म कर रहा है, उल्टा चोर चौकीदार को डाँटे। आपातकाल लगाया कॉन्ग्रेस ने, सेना का अपमान किया कॉन्ग्रेस ने और कहते हैं मोदी बर्बाद कर रहा है।
  • कॉन्ग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने मैनीफेस्टो में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिजली।
  • कॉन्ग्रेस ने 2004, 2009 और 2014 में अपने मैनीफेस्टो में कहा कि तीन साल के अंदर हर घर में बिलजी पहुँचाएँगे। गरीब हटाओ की तरह हर घर में बिजली पहुँचाएँगे के वादे को भी कॉन्ग्रेस आगे बढ़ाती रही।
  • खड़गे को कविता से दिया जवाब: जब कभी झूठ की बस्ती में सच को तड़पते देखा है, तब मैंने अपने भीतर किसी बच्चे को सिसकते देखा है।
  • जब देश के खिलाड़ी कॉमनवेल्थ में जीतने की तैयारी कर रहे थे, तब ये लोग अपनी वेल्थ में लगे थे।
  • जो लोग भाग गए हैं, वह सुबह उठकर ट्विटर पर रो रहे हैं कि हम ₹9000 करोड़ लेकर भागे थे, हमारी ₹13000 करोड़ की संपत्ति जब्त हो गई है। आपने (कॉन्ग्रेस) लोगों को लूटने दिया, हमने उसके खिलाफ कानून बनाया।
  • इनके 55 सालों के शासन में कोई भी रक्षा सौदा बिना किसी दलाली के कोई रक्षा सौदा नहीं हुआ था, अब पारदर्शिता के साथ सौदे हो रहे हैं। इसलिए आत्मविश्वास के साथ झूठ बोले जा रहे हैं, 3-3 राजदारों को बाहर से लाया गया है। अब इन्हें चिंता हो रही है।
  • मैं महात्मा गाँधी जी की इच्छा पूरी कर रहा हूँ, कॉन्ग्रेस मुक्त भारत का सपना गाँधी जी का था।
  • बाबा साहब आंबेडकर ने एक बार कहा था कि कॉन्ग्रेस में शामिल होना आत्महत्या के समान होगा।
  • अहंकार के चलते कॉन्ग्रेस 400 से 40 पर आ गई और हम सेवाभाव की वजह से 2 से यहाँ तक आ गए हैं।
  • हमारी सरकार की पहचान ईमानदारी के लिए है। पारदर्शिता के लिए है। गरीबों के लिए है। भ्रष्टाचार पर कार्रवाई के लिए है और तेज़ गति से काम करने के लिए है।
  • कुछ बिना सिर पैर की भी बातें हुई। लेकिन मैं मानता हूँ कि यह चुनाव का वर्ष है। स्वावभाविक है कि हर किसी की मजबूरी है। कुछ न कुछ बोलना ही पड़ता है। ये भी सही है कि यहाँ से जाने के बाद हमें जनता को अपने काम का हिसाब देना है।
  • खड़गे जी ने कहा कि मोदी जी जो बाहर बोलते हैं, वही राष्ट्रपति ने यहाँ कहा। इसका तात्पर्य है कि आप मानते हैं की आप बाहर कुछ और अंदर कुछ और बोलते हैं और हम हमेशा सच बोलते हैं वह संसद हो या कोई जनसभा।
  • खड़गे कहते हैं कि आपने पूरे देश को डरा रखा है, मैं कहता हूँ, भ्रष्टाचारियों को डरना ही चाहिए, मुझे इसीलिए देश ने चुना है, भ्रष्टों को डरना ही होगा और मोदी डरा कर ही रहेगा। मुझे यही ज़िम्मेदारी दी गयी है।
  • कॉन्ग्रेस ने देश में आपातकाल थोपा, लेकिन कहते हैं मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है। सेनाध्यक्ष को गुंडा कांग्रेस ने कहा, और कहते हैं कि मोदी संस्थाओं को बर्बाद कर रहा है।
  • मोदी पर उंगली उठाने से पहले कांग्रेस को पता होना चाहिए कि जब वह मोदी पर उंगली उठाते हैं तो बाकी की चार उंगली उनकी तरफ ही होती है। जो कहते हैं कि ये अमीरों की सरकार है, तो मैं कहता हूँ कि देश के गरीब ही मेरे अमीर हैं। गरीब ही मेरा इमान है, वही मेरी जिंदगी हैं, उन्ही के लिए जीता हूँ, उन्हीं के लिए यहाँ आया हूँ।
  • आप सर्जिकल स्ट्राइक की सोच भी कैसे सकते हैं। आपके समय सेना का बुरा हाल था। आपने सेना का बुरा हाल बना रखा था। कॉन्ग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि हमारी वायुसेना मजबूत हो। देश की रक्षा कर रहें जवानों के लिए कॉन्ग्रेस संवेदनहीन थी।
  • दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में एक तरफ हमारे खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मेहनत कर रहें थे और कांग्रेस के लोग अपनी ‘वेल्थ’ बना रहें थे।
  • इतिहास गवाह है कॉन्ग्रेस पार्टी और यूपीए ने एक भी रक्षा सौदा बिना दलाली के नहीं किया। कॉन्ग्रेस पार्टी और इनकी यूपीए सरकार का कालखंड रक्षा सौदों में दलाली के बिना काम करता ही नहीं था।
ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया