बंगाल में खून-खराबे का नया दौर: हत्या, लूट, आगजनी… नंदीग्राम वाले शुभेंदु और पत्रकारों को भी नहीं छोड़ा

शुभेंदु अधिकारी की गाड़ी पर हमला करते गुंडे (बाएँ), आरामबाग में जलता भाजपा का दफ्तर (दाएँ)

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के बहुमत में आते ही हिंसा का दौर फिर से शुरू हो गया है। राज्य में TMC ने 213 तो भाजपा ने 77 सीटें जीती हैं। लेकिन, काँटे की टक्कर में भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम में 1956 वोटों से हरा दिया। तृणमूल समर्थक इस हार से आग-बबूला हो गए और उन्होंने हल्दिया में शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला कर दिया।

इसके अलावा कई अन्य जगहों से भी भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की खबरें आई हैं। बेलिहाता विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के 30 वर्षीय कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। पत्रकारों को भी निशाना बनाने की खबरें हैं। न्यूज 18 की पत्रकार पायल मेहता ने ट्विटर पर शुभेंदु अधिकारी के कार पर हुए हमले का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने टीएमसी के गुंडों द्वारा पत्रकारों पर हमले का भी वीडियो साझा किया है। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।

https://twitter.com/payalmehta100/status/1388897361557037059?ref_src=twsrc%5Etfw

शुभेंदु पर हमला तब हुआ, जब वे काउंटिंग सेंटर से निकल रहे थे। हमले का आरोप TMC कार्यकर्ताओं पर लगा है। पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिख कर नंदीग्राम में वोटों की फिर से गणना करने की माँग भी की है। शुभेंदु की गाड़ी का पीछा कर रहे बदमाश गालियाँ भी बक रहे थे। खुद शुभेंदु अधिकारी ने भी इस हमले का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि जब एक जनप्रतिनिधि पर ऐसा हमला हो सकता है तो आम आदमी की व्यथा के बारे में सोचिए।

https://twitter.com/SreyashiDey/status/1388919339554807809?ref_src=twsrc%5Etfw

शुभेंदु ने कहा कि ये राज्य में बदले और हिंसा का माहौल बनाने का एक घृणित प्रयास है। उधर मतगणना वाली शाम ही आरामबाग में भाजपा के दफ्तर को ही आग के हवाले कर दिया गया। भाजपा की स्थानीय यूनिट का आरोप है कि वहाँ से TMC उम्मीदवार सुजाता मंडल के हारने के बाद उनके समर्थक आग-बबूला हो गए और उन्होंने भाजपा दफ्तर को फूँक डाला, जबकि ममता बनर्जी का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके उम्मीदवार को खदेड़ा और सिर पर वार किया।

https://twitter.com/SuvenduWB/status/1388918626946740225?ref_src=twsrc%5Etfw

इसके अलावा बिशुनपुर में एक भाजपा के पोलिंग एजेंट के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया। बेलघाटा में भाजपा उम्मीदवार काशीनाथ विश्वास के घर और गाड़ियों को फूँक दिया गया। उन्होंने इस घटना के पीछे तृणमूल कार्यकर्ताओं का हाथ बताया है। आसनसोल में भी TMC कार्यकर्ताओं के गुस्से का ठीकरा वहाँ के एक भाजपा दफ्तर पर ही फूटा, जिसे तहस-नहस कर दिया गया। वहाँ भाजपा कार्यकर्ता भी निशाना बने। कुछ जगहों पर बीजेपी समर्थकों के दुकानों में लूटपाट भी की गई।

भाजपा नेताओं ने कहा है कि इस तरह की घटनाएँ अगले 5 सालों के लिए और ज्यादा भय पैदा करती हैं, क्योंकि सत्ता के संरक्षण में ऐसी हरकतें बार-बार की जाएगी। हालाँकि, TMC ने कहा है कि ये उनके कार्यकर्ताओं का काम नहीं है और भाजपा ही बौखलाहट ये सब कुछ कर रही है। भाजपा और तृणमूल का अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से भी मिला। ये सब तब हो रहा है, जब ECI ने नतीजों का जश्न मनाने पर रोक लगा रखी है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया