कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘चेहरे की शाइन’ का ‘राजफाश’ किया है। उनके अनुसार इसके पीछे मोदी के चेहरे की रोजाना वैक्सिंग और मेकअप है। इसीलिए मीडिया कुमारास्वामी सहित बाकी नेताओं को टीवी पर नहीं दिखाता, और इसी कारण से भाजपा प्रत्याशी मोदी के चेहरे पर वोट माँगते हैं।
चुनावी सभा में छलका ‘दर्द’
कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारास्वामी उत्तर बंगलूरु लोकसभा क्षेत्र में कॉन्ग्रेसी प्रत्याशी कृष्ण बी गौड़ा के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह कहा कि मोदी का चेहरा इसलिए चमकता रहता है क्योंकि रोज सुबह या किसी से मिलने से पूर्व उनका मेकअप और चेहरे की वैक्सिंग होती है। वहीं वह (और अन्य ‘आम’ नेता) एक बार सुबह नहा कर निकलते हैं तो फिर अगले दिन सुबह ही नहाते हैं। इसीलिए उनका चेहरा टीवी पर अच्छा नहीं लगता और मीडिया उन्हें दिखाना पसंद नहीं करता।
‘मोदी ₹80,000 का मशरूम खाते हैं, पहले काले थे’
यह पहली बार नहीं है जब मोदी के चेहरे के ‘ग्लो’ पर विपक्ष ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। इससे पहले गुजरात के पिछले विधानसभा चुनावों (2017) के दौरान कॉन्ग्रेसी नेता अल्पेश ठाकोर ने भी मोदी के चेहरे की चमक पर हमला बोला था।
उन्होंने यह आरोप लगाया था कि मोदी ऐसे महंगे मशरूम मंगा कर खाते हैं जो ₹80,000 प्रति नग के पड़ते हैं, और मोदी ऐसे 5 मशरूम रोज़ खाते हैं। यानि उनके आरोप के अनुसार मोदी ₹4,00,000 के 5 मशरूम रोजाना खाते हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि मोदी पहले काले थे, और इन्हीं मशरूमों से वह गोरे हुए हैं।