शाहीन बाग पर कुमार विश्वास का केजरीवाल पर हमला, ‘खुद भेजते हो अमानती गुंडे, दूसरे को बोलते हो हटाओ’

कुमार विश्वसास ने केजरीवाल पर साधा निशाना

शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए बीजेपी पर आरोप लगाने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर उनके पूर्व सहयोगी कुमार विश्वास ने बड़ा हमला बोला है। विश्वास ने एक ट्वीट कर आम आदमी पार्टी (AAP) पर वहाँ अपने गुंडों को बैठाने का आरोप लगाया है।

बता दें कि केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा था बीजेपी शाहीन बाग पर गंदी राजनीति कर रही है। केजरीवाल ने शाहीन बाग में प्रदर्शन के लिए बीजेपी को ही जिम्मेदार ठहराया था। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “शाहीन बाग में बंद रास्ते की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। भाजपा नहीं चाहती कि रास्ते खुलें। भाजपा गंदी राजनीति कर रही है। भाजपा के नेताओं को तुरंत शाहीन बाग जाकर बात करनी चाहिए और रास्ता खुलवाना चाहिए।”

https://twitter.com/DrKumarVishwas/status/1221727204582686720?ref_src=twsrc%5Etfw

इसी पर कुमार विश्वास ने ट्वीट से केजरीवाल और AAP पर हमला बोला। विश्वास ने केजरीवाल पर छल करने का भी आरोप मढ़ा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “अपने अमानती-गुंडे को भेजकर बिठाओ तुम और उठाएँ दूसरे? तुम्हारा निर्वीर्य नायब शाहीन बाग के साथ खड़ा हूँ, तुम कह रहे हो हटाओ। अपनी हर गैर-मुनासिब सी जहालत के लिए, बारहा तू जो ये बातों के सिफर तानता है, छल-फरेबों में ढके सच के मसीहा मेरे, हमसे बेहतर तो तुझे, तू भी नहीं जानता है।”

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्‍ली के शाहीन बाग इलाके में महीने भर से भी ज्‍यादा समय से चल रहे विरोध-प्रदर्शन की वजह से इस मार्ग का इस्‍तेमाल करने वाले लोगों को दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर सवाल उठाया। उन्होंने सोमवार (जनवरी 27, 2020) को कहा कि शाहीन बाग में लोग सिर्फ मोदी का विरोध कर रहे हैं। वहाँ प्रदर्शनकारी एंबुलेंस को निकलने नहीं देते। बच्चों को स्कूल नहीं जाने दिया जा रहा। लोगों को दफ्तर जाने से रोका जा रहा है। वहाँ कुछ हजार लोग भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

https://twitter.com/BJP4Delhi/status/1221699621275070464?ref_src=twsrc%5Etfw

उन्होंने कहा, “केजरीवाल, सिसोदिया शाहीन बाग वालों के साथ खड़े हैं। लेकिन उन लाखों लोगों की शांत आवाज उनको क्यों नहीं सुनाई देती? जिनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहें, लोग दफ्तर नहीं जा पा रहें? दुकानें बंद हैं, एंबुलेंस नहीं निकल सकती।”


ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया