‘यूपी पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई- राजनीतिक प्रतिशोध’: माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर माँगी सुरक्षा

माफिया मुख्तार अंसारी और उसकी पत्नी (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की बीवी ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है। इस बात की सूचना सोमवार (नवंबर 2, 2020) को गाजीपुर से बसपा सांसद अफजल अंसारी ने दी है। उन्होंने सोमवार को अफशा अंसारी का पत्र मीडिया को जारी किया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पत्र में अफशा अंसारी ने उनके परिवार की पृष्ठभूमि का हवाला दिया है। उन्होंने लिखा कि पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, कॉन्ग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्‍तार अंसारी, ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शौकतुल्लाह उनके ही परिवार के हैं। उन्होंने आगे लिखा कि उनके परिवार के ख़िलाफ़ की जा रही कार्रवाई केवल राजनीतिक प्रतिशोध हैं।

अपने पत्र में उन्होंने आशंका जताई है कि भाजपा सरकार के इशारे पर उनके पति व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके बेटों समेत अन्य परिजनों के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है। इतना ही नहीं अपने पति के लिए उन्होंने सभी मुकदमों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए करवाए जाने का अनुरोध भी किया है।

पंजाब की जेल में बंद है मुख्तार अंसारी, यूपी प्रशासन कर रही अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई

यहाँ बता दें कि मुख्तार अंसारी इन दिनों पंजाब की जेल में बंद है। पिछले दिनों यूपी पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने के लिए पंजाब गई थी, मगर वहाँ बीमारी का हवाला देकर यूपी पुलिस के साथ नहीं आया। इस पर यूपी पुलिस के अधिकारियों ने पंजाब प्रशासन के रवैये पर आपत्ति जताई थी। साथ ही मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस के साथ न भेजे जाने पर कॉन्ग्रेस शासित प्रदेश पंजाब पर कई सवाल भी खड़े किए थे।

इधर, उत्तर प्रदेश सरकार ने उसकी अवैध संपत्तियों पर लगातार प्रहार का सिलसिला जारी रखा था। इसी क्रम में कल माफिया विधायक के अवैध साम्राज्य पर सबसे गहरी चोट करते हुए उसके ‘ताज महल’ गजल होटल को तोड़ा गया।

गाजीपुर के गजल होटल को रविवार (नवंबर 1, 2020) की सुबह ध्वस्त किया गया था। ये मुख़्तार अंसारी की बीवी और बेटों के नाम पर पंजीकृत था। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में नियंत्रक प्राधिकारी बोर्ड विनियमित क्षेत्र गाजीपुर ने शनिवार को गजल होटल के मालिक अब्बास अंसारी व उमर अंसारी की अपील खारिज कर दी थी। ये दोनों मऊ से 5वीं बार विधायक चुने गए मुख़्तार अंसारी के बेटे हैं। अपील ख़ारिज होने के साथ ही बुलडोजर चलना तय हो गया था।

दूसरी ओर मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी की पत्नी के ख़िलाफ़ यूपी में इस बीच शिकायत दर्ज हुई थी। फरहत अंसारी पर भी सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जे का आरोप लगा था। शिकायत में कहा गया था कि फरहत सहित अन्य लोगों पर आरोप है कि उन्होंने लखनऊ में फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा किया। जिसके कारण उनपर सरकारी संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दायर हुआ।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया