उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का 82 साल की उम्र में सोमवार (10 अक्टूबर) को निधन हो गया। समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अखिलेश यादव का बयान ट्वीट करके कहा गया- “मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे।”
मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे – श्री अखिलेश यादव
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022
इससे पहले सपा के अकॉउंट से मुलायम सिंह यादव की तबीयत के बारे में अपडेट दिया गया था कि मुलायम सिंह यादव की स्थिति बहुत गंभीर है। वह दवाइयों पर जीवित हैं। उनका इलाज आईसीयू में हो रहा है और विशेषज्ञों की खास टीम उनका इलाज कर रही है।
2020 से बीमार थे मुलायम सिंह यादव, 2022 में तबीयत बिगड़ी
बता दें कि मुलायम सिंह की तबीयत अगस्त 2020 से बिगड़नी शुरू हुई थी। पहले उन्हें पेट दर्द हुआ था, जिसकी जाँच में उन्हें यूरिन इन्फेक्शन आया था और बाद में वह कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। इसके बाद 2021 में भी एक बार भर्ती हुए थे। वहीं 2022 में वह पहले जून में भर्ती हुए, फिर अगस्त में और फिर सितंबर में। 26 सितंबर को मुलायम सिंह यादव को जब मेदांता में भर्ती किया गया तब से वह वहीं थे।
बाद में खबर आई कि उन्हें साँस लेने में तकलीफ होनी शुरू हुई थी, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया। उनकी देखरेख खुद मेदांता ग्रुप के निदेशक डॉ नरेश कर रहे थे। हालाँकि थोड़ी देर पहले खबर आई कि उन्होंने आज सुबह 8: 16 पर अपनी अंतिम साँस ली।
मुलायम सिंह यादव का सफर
गौरतलब है कि यूपी में 3 बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संस्थापक थे। उनका जन्म 22 नवंबर 1939 को सैफई में हुआ था। कुछ दिन पहले जैन इंटर कॉलेज के प्राध्यापक भी थे। लेकिन फिर वह राजनीति में सक्रिय हो गए और जीवन के 6 दशक उन्होंने राजनीति को दिए। इस दौरान वह 8 बार वह विधानसभा के सदस्य बने, 7 बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए और 3 बार मुख्यमंत्री। इसके अलावा 1996 में एचडी देवगौड़ा की संयुक्त गठबंधन वाली सरकार में उन्होंने रक्षामंत्री के तौर पर भी काम किया। मुलायम सिंह यादव की 2 शादियाँ हुई थीं। उनकी दूसरी पत्नी देहांत अभी कुछ समय पहले ही हुआ था।