प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज पहुँचकर सामाजिक समरसता का अनोखा और दिल को छू लेने वाला संदेश देते हुए सफाईकर्मियों की चरण वंदना की। पीएम मोदी प्रयाग कुंभ में शिरकत करने के लिए गए हुए हैं। गंगा स्नान और आरती के बाद उन्होंने सफाईकर्मियों के पैर धोए और उनको नमन किया। साथ ही, स्वच्छता कर्मियों, स्वच्छाग्रहियों व सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित किया।
https://platform.twitter.com/widgets.jsजब प्रधानमंत्री मोदी ने सफाई कर्मचारियों के पाँव धोए तो उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी रही
— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) February 24, 2019
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स्वच्छता कर्मियों में पीएम मोदी द्वारा दिये गए इस सम्मान से बहुत उत्साह है। अपनी प्रतिक्रिया में सफाई कर्मियों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने खुद उनके पैर धोकर उन्हें सम्मान दिया है। इस वीडियो में एक सफाई कर्मी का कहना है, “प्रधानमंत्री ने खुद हमारे पाँव धोए, हमें प्रणाम किया और हमारा मान बढ़ाया। हमने कभी सोचा नहीं था कि हम लोगों को कोई इस तरह मान-सम्मान देगा।” उन्होंने बताया कि वो संगम में सफाई व्यस्था का काम देखते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा कुम्भ में सफ़ाई कर्मचारियों के पैर धोना न सिर्फ़ उनकी संवेदनशीलता को दर्शता है बल्कि यह सामाजिक समरस्ता के प्रति उनके समर्पण का भी प्रतिबिंब है।
— Amit Shah (@AmitShah) February 24, 2019
देश ने गांधी जी के बाद पहली बार किसी जन नेता में इस तरह का समर्पण भाव देखा है, यह एक नये युग की शुरुआत है। pic.twitter.com/5CbHnborP5
स्वच्छता दूत प्यारेलाल का कहना है, “जिस तरह मौत का पता नहीं होता, उसी तरह पीएम मोदी हमारे पाँव धोएँगे यह हमें पता नहीं था।”
”जिस तरह मौत का पता नहीं होता उसी तरह पीएम मोदी हमारे पांव धोएंगे यह हमें पता नहीं था” : सम्मानित स्वच्छता दूत प्यारेलाल pic.twitter.com/MeqsMwD3Ku
— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) February 24, 2019
इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुंभ की पहचान स्वच्छता से हुई है और स्वयं महात्मा गाँधी ने 100 साल पहले स्वच्छ कुंभ की इच्छा जताई थी, जब वह हरिद्वार कुंभ में गए थे।
अपने सहज व्यक्तित्व के कारण लोगों से घुलने-मिलने में नरेंद्र मोदी को परेशानी नहीं होती है और शायद यही वजह है कि देश के वंचित वर्ग के लोगों से उन्हें बहुत स्नेह मिलता है।