‘तेरा घमंड तो चार दिन का है… हमारी बादशाही खानदानी है’: महाराष्ट्र में सियासी उठापठक के बीच संजय राउत के घर के बाहर लगे पोस्टर

संजय राउत के घर के बाहर लगे पोस्टर (फोटो साभार: एएनआई)

महाराष्ट्र की सियासत में एकनाथ शिंदे ने भूचाल ला दिया है। शिवसेना टूट की ओर बढ़ती दिख रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार के भविष्य को लेकर कयास लग रहे। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत के घर के बाहर बुधवार (22 जून 2022) की सुबह दिखे पोस्टर की भी चर्चा हो रही है।

इस पोस्टर पर राउत की तस्वीर लगी है। साथ ही लिखा है, “तेरा घमंड तो 4 दिन का है पगले, हमारी बादशाही तो खानदानी है। जय महाराष्ट्र।” पोस्टर पर इसे लगाने वाली महिला की तस्वीर भी है। दीपमाला बढ़े नामक की इस महिला नेता को शिवसेना का कॉरपोरेटर बताया गया है।

इधर शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ असम में डेरा डाले हुए है। उन्होंने अपने साथ 40 से अधिक विधायकों के होने का दावा किया है। इनमें 7 निर्दलीय बताए जा रहे हैं।

इस बीच, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे और एकनाथ शिंदे उप-मुख्यमंत्री। ‘रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI)’ के मुखिया ने ‘TV9 भारतवर्ष’ से बात करते हुए कहा कि भाजपा, एकनाथ शिंदे और RPI मिल कर सरकार बनाएँगे। उधर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कुल विधायकों की संख्या 288 है। इनमें भाजपा के पास अभी 106, शिवसेना पर 55, एनसीपी पर 52, और कॉन्ग्रेस पर 42 सीटें हैं। बहुमत के लिए किसी भी दल को 144 सीटें चाहिए। साल 2019 के चुनाव में भाजपा से अलग होकर शिवसेना ने कॉन्ग्रेस-एनसीपी के साथ मिल ये आँकड़ा जुटाया था। लेकिन अब स्थिति पलटती नजर आ रही है। भाजपा को सरकार बनाने के लिए 30-32 विधायकों की जरूरत है। अगर ऐसे में शिंदे भाजपा को समर्थन दे देते हैं तो उद्धव सरकार गिर जाएगी। यही वजह है कि लगातार इन सभी नेताओं को मनाने के प्रयास हो रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया