राहुल गाँधी से ED कर रही पूछताछ, प्रियंका भी गईं साथ: जिनको हुड़दंग के लिए कॉन्ग्रेस ने जुटाया वे भी विरोध के मुद्दे से अनजान, हिरासत में कई नेता

राहुल गाँधी पहुँचे ईडी कार्यालय, बाहर भीड़ का हंगामा

नेशनल हेराल्ड से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग केस में कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय अपनी बहन व पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी के साथ पहुँचे। इस दौरान उनके साथ पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी साथ रहे। ईडी कार्यालय के बाहर पहुँचते ही सैंकड़ों की तादाद में वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ आगे बढ़े। हालाँकि मौके पर तैनात पुलिस ने अन्य लोगों को वहीं रोक दिया और ज्यादा हुड़दंग मचाने वाले व बिन अनुमति इकट्ठा हुए लोग हिरासत में लिए गए। प्रदर्शनस्थल पर कुछ महिलाएँ भी पहुँची जिनसे सवाल किए जाने पर पता चला कि प्रदर्शनस्थल पर इकट्ठा भीड़ को ये भी नहीं पता कि वहाँ हो क्या रहा है।

हिरासत में लिए गए कॉन्ग्रेस नेता

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए लोगों में कॉन्ग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल भी शामिल हैं। पुलिस उन्हें तुगलक रोड थाने में लेकर गई। उनके अलावा दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक गहलोत भी हिरासत में लिए गए हैं। इन लोगों को फतेहपुर थाने ले जाया गया है।

बता दें कि राहुल गाँधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए दिल्ली में अलग-अलग राज्यों से कॉन्ग्रेस नेता आए हैं। अधीर रंजन चौधरी जहाँ राहुल गाँधी के साथ न जा पाने के लिए कारण मीडिया में शिकायतें कर रहे हैं। वहीं कार्ति चिदंबरम ने दावा किया है कि ईडी का पूरा केस ही फर्जी है। उन्हें भी ईडी से कई बार नोटिस मिल चुके हैं। इसलिए वो इन मामलों में जानकार हैं।

ईडी कार्यालय के बाहर नारेबाजी

ईडी कार्यालय के बाहर कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता लगातार राहुल गाँधी जिंदाबाद, जिंदाबाद के नारे बुलंद कर रहे हैं। केंद्र पर जाँच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया जा रहा है। राजस्थान सीएम अशोक गहलोत भी प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा है कि देश में जो कुछ भी चल रहा है उसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके अलावा जयराम रमेश, सचिन पायलट, मल्लिकार्जुन खड़गे, कार्ति चिदंबरम आदि शामिल हैं।

मुद्दे से अंजान महिलाएँ पहुँची प्रदर्शन में

राहुल गाँधी के लिए प्रदर्शन में कुछ महिलाएँ भी आती दिखीं। मीडिया ने जब इन महिलाओं से पूछा कि वो प्रदर्शन में क्यों आई हैं तो बुजुर्ग महिला को कहते सुना गया- “हमारी बात नहीं सुनी जाती, महंगाई बढ़ रही है, हमारा घर कहाँ से चलाएँ।” रिपोर्टर ने पूछा कि क्या वो लोग जानती हैं कि ये प्रदर्शन क्यों हैं। इस पर महिला ने कहा राहुल गाँधी के लिए है इसलिए वो लोग मिलने आई हैं। जब रिपोर्टर ने दोबारा सवाल किया तो महिलाएँ कैमरे से अलग चली गईं।

पुलिस ने प्रदर्शन से किया मना

पुलिस ने इस संबंध में बताया कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने उन्हें पिछली रात 200 अधिकारी, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं समेत 1000 कार्यकर्ताओं को कॉन्ग्रेस हेडक्वार्टर के बाहर इकट्ठा होने की परमिशन माँगी थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें साफ कहा था कि अगर उन्हें इतना बड़ी भीड़ इकट्ठा करनी है तो वो जंतर-मंतर जा सकते हैं। क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई थी। इसलिए पुलिस उन्हें अनुमति नहीं दे सकती थी। पुलिस ने 100 लोगों को जाने की अनुमति दी। फिर आज सुबह पता चला कि 198 लोग कॉन्ग्रेस कार्यालय जाएँगे। बाद में ये लिस्ट 200 हो गई। पुलिस की मानें तो उन्होंने कॉन्ग्रेस नेताओं को इतने लोगों की अनुमति दी और बिन अनुमति के लगी भीड़ से लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस ने कहा कि अब हालात स्थिर हैं। किसी प्रकार के प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया