आरक्षण खत्म करने की वकालत को लेकर कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी घिर गए हैं। राहुल गाँधी के आरक्षण खत्म करने वाले बयान पर केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान और बसपा सुप्रीमो मायावती ने हमला बोला है। जहाँ मायावती ने राहुल गाँधी के नाटक से सतर्क रहने की सलाह दी है तो वहीं चिराग पासवान ने आरक्षण खत्म करने की बात को भी अपराध बताया है।
मायावती ने राहुल गाँधी के बयान को लेकर एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “केन्द्र में काफी लम्बे समय तक सत्ता में रहते हुए कॉन्ग्रेस पार्टी की सरकार ने OBC आरक्षण को लागू नहीं किया और ना ही देश में जातीय जनगणना कराने वाली यह पार्टी अब इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है…अब कॉन्ग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा श्री राहुल गाँधी के इस नाटक से भी सर्तक रहें जिसमें उन्होंने विदेश में यह कहा है कि भारत जब बेहतर स्थिति में होगा तो हम SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म कर देंगे।”
1. केन्द्र में काफी लम्बे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और ना ही देश में जातीय जनगणना कराने वाली यह पार्टी अब इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी।
— Mayawati (@Mayawati) September 10, 2024
मायावती ने लिखा, “इन वर्गों के लोग कॉन्ग्रेस के नेता राहुल गाँधी के दिए गए इस घातक बयान से सावधान रहें, क्योंकि यह पार्टी केन्द्र की सत्ता में आते ही, अपने इस बयान की आड़ में इनका आरक्षण जरूर खत्म कर देगी। ये लोग संविधान व आरक्षण बचाने का नाटक करने वाली इस पार्टी से जरूर सजग रहें।” मायावती ने कहा कि कॉन्ग्रेस की सोच हमेशा शुरू से ही आरक्षण विरोधी रही है। उन्होंने कहा कि जब तक देश से जातिवाद जड़ से खत्म नहीं हो जाता तब तक आरक्षण का जारी रहना जरूरी है।
वहीं केन्द्रीय मंत्री और लोजपा(R) के मुखिया चिराग पासवान ने भी राहुल गाँधी पर हमला बोला। उन्होंने भी ट्विटर पर अपनी राय रखी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “राहुल गाँधी के बयान से कॉन्ग्रेस की मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। कॉन्ग्रेस चाहती है, और उनकी प्राथमिकताओं में यह रहा है कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा दिए गए आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए।”
आरक्षण समाप्त करना तो दूर, सोचना भी अपराध है राहुल गांधी जी !
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) September 10, 2024
आज राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस पार्टी की मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। कांग्रेस चाहती है, और उनकी प्राथमिकताओं में यह रहा है कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी द्वारा दिए गए आरक्षण को समाप्त कर दिया जाए। संवैधानिक…
चिराग पासवान ने लिखा, “आरक्षण को समाप्त करना तो दूर, कोई उस प्रावधान से छेड़छाड़ करने की भी नहीं सोच सकता…कॉन्ग्रेसी मानसिकता वाले लोग जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयानों का इस्तेमाल करते आए हैं। आरक्षण का मुद्दा कॉन्ग्रेस का चुनावी जुमला है, जिससे हम सबको सावधान रहने की जरूरत है।”
दलित, आदिवासी, पिछड़ा विरोधी @INCIndia की मानसिकता @RahulGandhi जी के ज़ुबा पर आ ही गई। पंडित नेहरू ने 1961 में सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर दलित आरक्षण का विरोध किया था।कांग्रेस क़ानून बनाकर आरक्षण छीनती है, वही @narendramodi जी आरक्षण के लिए क़ानून बनाते है।@BJP4India pic.twitter.com/VvUTXfYcZU
— Brij Lal (@BrijLal_IPS) September 10, 2024
भाजपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP बृज लाल ने भी राहुल गाँधी पर हमला बोला। बृज लाल ने कहा कि राहुल गाँधी के मन की बात मुंह पर आ गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने 1961 में SC आरक्षण का विरोध किया था और इन्होने हमेशा OBC को तिरस्कृत किया है। राहुल गाँधी के बयान के बाद अब कॉन्ग्रेस बैकफुट पर आ गई है।
STORY | We will think of scrapping reservation when India is a fair place: Rahul Gandhi (@RahulGandhi)
— Press Trust of India (@PTI_News) September 10, 2024
READ: https://t.co/YFI3ZwOKQD
VIDEO:
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/usfRm3uE1d
यह पूरा विवाद राहुल गाँधी के अमेरिका में दिए गए एक बयान के बाद चालू हुआ है। राहुल गाँधी ने हाल ही में अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में आरक्षण खत्म करने को लेकर बात की है। राहुल गाँधी से जब यह सवाल पूछा गया कि भारत में जातिगत आधार पर आरक्षण कब खत्म होगा तो उन्होंने कहा, “हम आरक्षण खत्म करने की तब सोचेंगे जब भारत में निष्पक्षता होगी। अभी भारत में निष्पक्षता नहीं है। अभी कुछ ऊँची जातियों के लोग भी कहते हैं कि हमने आखिर क्या गलत किया है, हमें क्या सजा मिल रही है।”