1931 के अनुसार, देश में 1.5 करोड़ से अधिक ब्राह्मण आबादी थी। रिपोर्ट बताती है कि तब बंगाल में 14 लाख से अधिक ब्राह्मण जबकि ओडिशा और बिहार में लगभग 9 लाख ब्राह्मण थे।
कर्नाटक में 17 अप्रैल को कैबिनेट बैठक है। इसमें जाति सर्वेक्षण रिपोर्ट और इसके रूपरेखा पर चर्चा भी की जाएगी। अगर जाति जनगणना रिपोर्ट को लागू किया जाता है तो कुल आरक्षण 85% हो जाएगा।