पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका लगा है। शिरोमणि अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा बुधवार (1 दिसंबर 2021) को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और धर्मेंद्र प्रधान आदि नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। सिरसा ने भाजपा में शामिल होने के साथ दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से इस्तीफा दे दिया है।
LIVE: Former SAD leader Shri @mssirsa join BJP. https://t.co/wNTfwwpi3E
— BJP (@BJP4India) December 1, 2021
भाजपा में शामिल होने के बाद सिरसा ने कहा, ”केंद्रीय गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया है कि सिखों के जितने भी मुद्दे हैं वे हल होने चाहिए, लेकिन ये राजनीति के भेंट चढ़े हैं। इसलिए मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुआ हूँ।”
केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ने आश्वसन दिया है कि सिखों के जितने भी मद्दे हैं वह हल होने चाहिए लेकिन यह राजनीति के भेंट चढ़े हैं। इसलिए मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुआ हूं: मनजिंदर सिंह सिरसा, भाजपा pic.twitter.com/uYMCnV0QtZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2021
इससे पहले सिरसा ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा साझा करते हुए लिखा, “सभी पदाधिकारियों, सदस्यों, कर्मचारियों और मेरे साथ काम करने वाले लोगों का आभार व्यक्त करता हूँ। मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूँ और आगामी DSGMC का चुनाव नहीं लडूँगा। अपने समुदाय, मानवता और राष्ट्र की सेवा करने की मेरी प्रतिबद्धता बनी रहेगी।”
With gratitude to all office bearers, members, staff & people who worked with me; I am resigning from Delhi Sikh Gurudwara Management Committee as President. I will not contest upcoming DSGMC internal elections.
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) December 1, 2021
My commitment to serve my community, humanity & nation remains same! pic.twitter.com/1ja3DlnvVM
सिरसा ने वीडियो के माध्यम से कहा कि वह निजी कारणों से वे दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से इस्तीफा दे रहे हैं और इसके अगले चुनाव से वे खुद को दूर रखेंगे। उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, देश और दुनिया के सिखों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें काफी मान बक्शा है। उन्होंने कहा, “मेरे सदस्यों, शुभचिंतकों को धन्यवाद, जिन्होंने अब तक मेरा समर्थन किया है।”
निजी कारणों से दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। देश और दुनिया के सिखों ने काफी मान बक्शा है। अगले चुनाव से भी खुद को दूर रखूंगा। अपने सदस्य, शुभचिंतकों का धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने अब तक साथ दिया : @MSsirsa
— NBT Dilli (@NBTDilli) December 1, 2021
pic.twitter.com/nrTT80pQWD
बता दें कि दिल्ली गुरुद्वारा चुनाव निकाय के निदेशक नरिंदर सिंह ने मंगलवार (30 नवंबर) को मनजिंदर सिंह सिरसा को डीएसजीएमसी के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि सिरसा इस पद के लिए योग्य नहीं था, क्योंकि वह ‘गुरुमुखी‘ (पंजाबी लिखने के लिए सिखों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली लिपि) को पढ़ना और लिखना नहीं जानते हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा अधिनियम, 1971 के अनुसार, इस पद के लिए ‘गुरुमुखी’ आना जरूरी है।