NEET-JEE के आयोजन के खिलाफ SC जाएँगे 7 राज्यों के CM , उद्धव ठाकरे ने कहा- हम केंद्र से लड़ें या डरें..

सोनिया गाँधी के साथ 7 मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक

कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने बुधवार (अगस्त 26, 2020) को केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि छात्रों की समस्याओं और NEET-JEE परीक्षा के मुद्दे को नरेंद्र मोदी की सरकार ने बिना ध्यान दिए ही निपटा दिया है। यह वर्चुअल बैठक इंजीनियरिंग और मेडिकल के पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) और राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) का कोरोना काल में आयोजन समेत कई मुद्दों पर केंद्र सरकार के खिलाफ पूरे विपक्ष को एकजुट करते हुए आयोजित की गई।

कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की राष्ट्रीय शिक्षा नीति धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक मूल्यों के लिए बड़ा झटका है, इससे सरकार की संवेदनहीनता का पता चलता है।

वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कॉन्ग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों, कॉन्ग्रेस समर्थित सरकारों के मुख्यमंत्रियों और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक बैठक को संबोधित करते हुए, सोनिया गाँधी ने कहा, “हमें केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा और साथ ही उनसे लड़ना होगा। छात्रों की समस्याओं, NEET और JEE परीक्षा के मुद्दों को केंद्र द्वारा अनजाने में निपटा दिया गया है।”

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इस कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद सभी मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है। ममता बनर्जी के अलावा इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल थे। सोनिया गाँधी के साथ हुई इस मीटिंग में 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस वर्चुअल बैठक में NEET और JEE एग्जाम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला लिया है।

परीक्षा स्थगित कराने के लिए हों एकजुट – ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्चुअल मीटिंग में मौजूद मुख्यमंत्रियों से JEE और NEET की परीक्षा स्थगित करवाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, “सभी राज्य सरकारों से मेरा आग्रह है कि जब तक हालात नहीं सुधरते तब तक हम एग्जाम कैंसल करवाने के लिए एक साथ सुप्रीम कोर्ट जाएँ, ताकि छात्र JEE और NEET की परीक्षा में बैठ सकें। सितंबर में परीक्षा है। छात्रों की जिंदगी खतरे में क्यों डाली जाए? हमने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी लेकिन अब तक जवाब नहीं आया है।”

हमें तय करना होगा कि हम केंद्र से डरें या मुकाबला करें – उद्धव ठाकरे

वर्चुअल मीटिंग में ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बोलने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे जी आप अच्छा लड़ रहे हैं। इस पर उद्धव ने कहा कि मैं लड़ने वाले बाप का लड़ने वाला बेटा हूँ। इसके अलावा उन्होंने सोनिया गाँधी को अध्यक्ष पद जारी रहने के लिए बधाई देते हुए कहा कि पहले हमें तय करना चाहिए कि डरना है या लड़ना है

वहीं, इस बैठक में मौजूद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना से पैदा हुई आर्थिक चुनौतियों का जिक्र करते हुए केंद्र से जीएसटी की हिस्सेदारी न मिलने का मुद्दा उठाया।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष कमजोर होता दिखाई दे रहा है, जिस तरह से एकजुट होकर काम करना चाहिए, वो हो नहीं पा रहा है। सोरेन ने भी जीएसटी को लेकर केंद्र पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्य सरकारों की मदद कर रही है, लेकिन बाकी राज्यों को छोड़ दिया जा रहा है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना के खिलाफ राज्य सरकारें लड़ाई लड़ रही हैं, और केंद्र सरकार की तरफ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के अलावा कुछ नहीं हुआ है। बैठक में मौजूद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने कहा कि पिछले चार महीनों से केंद्र सरकार ने जीएसटी कंपनसेशन का भुगतान नहीं किया है।

उल्लेखनीय है कि NTA ने JEE और NEET परीक्षा के आयोजन का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इन दोनों परीक्षाओं को कराने के फैसले पर सहमती दी है। जबकि कॉन्ग्रेस समेत शिवसेना और TMC ने छात्रों की सुरक्षा का हवाला देते हुए एग्जाम स्थगित करने की माँग कर रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया