PM मोदी की फेक फोटो से फैलाया झूठ, इंटरव्यू भी काट कर चलवाया… पूर्व IAS जवाहर सरकार को राज्यसभा भेजेगी TMC

टीएमसी के द्वारा राज्यसभा के लिए नामांकित जवाहर सरकार कर चुके हैं पीएम मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास

तृणमूल कॉन्ग्रेस (टीएमसी) ने संसद के उच्च सदन अर्थात राज्यसभा के लिए जवाहर सरकार को नामांकित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधी रहे जवाहर IAS अधिकारी और प्रसार भारती के सीईओ रह चुके हैं। हाल ही में वह पीएम मोदी की छवि को धूमिल करने के लिए नीता अंबानी के साथ उनकी फोटोशॉप्ड तस्वीर शेयर करके चर्चा में आए थे।

राज्यसभा के लिए जवाहर सरकार के नामांकन की सूचना टीएमसी के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से दी गई। टीएमसी की ओर से बताया गया कि लोक सेवा में जवाहर 42 साल तक अपनी सेवाएँ देते रहे हैं और वह प्रसार भारती के सीईओ भी रह चुके हैं। टीएमसी द्वारा ट्वीट में लिखा गया कि लोक सेवा में दिया गया जवाहर का योगदान बेहतर तरीके से देश की सेवा करने में उनकी (टीएमसी) सहायता करेगा।

https://twitter.com/AITCofficial/status/1418843214568697869?ref_src=twsrc%5Etfw

हालाँकि भले ही जवाहर सरकार IAS अधिकारी रह चुके हों लेकिन उनकी प्रवृत्ति हमेशा से ही मोदी विरोधी ही रही है। जवाहर ने 07 जून 2021 को पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एक फोटोशॉप्ड तस्वीर शेयर की थी जिसमें पीएम मोदी को नीता अंबानी के सामने हाथ जोड़े हुए दिखाया गया। जवाहर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि कि कैसे देश के पीएम अपने दोस्तों के साथ इतने विनम्र हो जाते हैं कि उनके आगे हाथ जोड़ लेते हैं।

जवाहर ने तंज भरे अंदाज में लिखा था, “काश साथी सांसद और राजनीति में अन्य लोगों को भी उनके हमेशा भौह चढ़ाने वाले पीएम से ऐसा शिष्टाचार और खुशमिजाजी मिलती। एक परिपक्व लोकतंत्र में, हम दोतरफा संबंध, अहसान, लेन-देन को जानेंगे। किसी दिन इतिहास हमें बताएगा।”

जवाहर द्वारा शेयर की गई तस्वीर में नरेंद्र मोदी, नीता अंबानी के आगे सिर झुकाकर हाथ जोड़कर खड़े दिखाई दिए थे। जबकि हकीकत में यह तस्वीर पीएम मोदी की दीपिका मंडल के साथ हुई मीटिंग की थी। दीपिका एक ‘दिव्य ज्योति कल्चरल ऑर्गनाइजेशन एंड वेल्फेयर सोसायटी’ नाम की एनजीओ को चलाती हैं।

2 मई 2014 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रसार भारती के सीईओ रहते हुए जवाहर ने 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान दूरदर्शन पर प्रसारित बीजेपी के तत्कालीन प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू को ‘स्पष्ट रूप से एडिट’ करने की बात स्वीकार की थी। मोदी का ये इंटरव्यू 27 अप्रैल, 2014 को दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था। मोदी के इंटरव्यू को जवाहर ने काट-छाँट करके चलवाया था और इसे वह अपने पत्र में स्वीकार भी चुके हैं। उस समय पूरे 56 मिनट का इंटरव्यू महज 28 मिनट में, बिना किसी को जानकारी दिए प्रसारित किया गया था। इंटरव्यू से जो हिस्सा काटा गया वहाँ मोदी ने प्रियंका गाँधी और अहमद पटेल पर अपनी बात रखी थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया