मुद्दा चाहे जो हो महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के साझेदार दलों के मतभेद सामने आ ही जाते हैं। अब डॉन करीम लाला के मसले पर शिवसेना और कॉन्ग्रेस आमने-सामने हैं। उद्धव ठाकरे की सरकार में कॉन्ग्रेस कोटे से मंत्री नितिन राउत ने शिवसेना को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे ईंट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं।
असल में शिवसेना सांसद संजय राउत ने अंडरवर्ल्ड से इंदिरा गॉंधी की नजदीकियों की ओर इशारा करते हुए कहा था कि वह करीम लाला से मिलती थीं। हालॉंकि विवाद बढ़ने के बाद राउत ने बयान से किनारा करते हुए कहा कि वे गॉंधी परिवार का सम्मान करते हैं। लेकिन, इससे विवाद ठंडा होता नहीं दिख रहा। मंत्री नितिन राउत ने कहा है, “इंदिरा गॉंधी हमारी नेता और आदर्श हैं। बीजेपी के साथ रहते हुए भी संजय राउत उनके खिलाफ टिप्पणियॉं करते थे। अब सरकार में होने के बाद भी वे इससे बाज नहीं आ रहे। यदि वे सोचते हैं कि हम चुपचाप सुनते रहेंगे तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम ईंट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं।”
https://twitter.com/ANI/status/1217836347072733185?ref_src=twsrc%5Etfwएक दिन पहले संजय राउत ने एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि इंदिरा गाँधी मुंबई में अंडरवर्ड के डॉन करीम लाला से मुलाकात करती थीं। शिवसेना नेता संजय राउत के इस बयान से तूफान मच गया और कॉन्ग्रेस ने उनसे बयान वापस लेने को कहा जिसके बाद आज संजय राउत ने अपना बयान वापस भी ले लिया।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार (15 जनवरी) को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि करीम लाला, मस्तान मिर्जा उर्फ़ हाजी मस्तान और वरदराजन मुदलियार मुंबई के टॉप माफ़िया सरगनाओं में से एक थे, जो 1960 से लेकर अस्सी के दशक तक सक्रिय रहे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने इंदिरा गाँधी और अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला को लेकर दिए अपने कल के बयान से पीछे हटते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा गाँधी परिवार का सम्मान किया है। अगला पैंतरा चलते हुए उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला की तुलना अब्दुल गफ्फार खान से कर दी। राउत का कहना है कि उनके दोस्तों (कॉन्ग्रेस) को दुखी होने की जरूरत नहीं है।
करीम लाला से मिलने जाती थीं इंदिरा गाँधी वाले बयान पर संजय राउत ने कहा कि कॉन्ग्रेस में हमारे मित्रों को आहत होने की जरूरत नहीं है। यदि किसी को लगता है कि उनके बयान से इंदिरा गाँधी की छवि को धक्का पहुँचा है या इससे किसी की भावनाएँ आहत हुई हैं तो वो अपना बयान वापस लेते हैं।