जेल से छूटे अब्दुल्ला आजम खान को सताया UP पुलिस का डर, बोले- ‘मेरे सुरक्षाकर्मी ही मुझे गोली मार सकते हैं’

अब्दुल्ला आजम खान को यूपी पुलिस का डर

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व बकरी चोरी जैसे केसों में आरोपित आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को डर सता रहा है कि कहीं यूपी पुलिस के अधिकारी उन्हें गोली न मार दें। अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में शक जाहिर किया कि उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी ही उनको गोली मार सकते हैं।

अब्दुल्ला ने एएनआई से बातचीत में बताया, “आपके (बीजेपी नेताओं) पास आपके साथ अधिकारी हैं, आपके साथ पुलिस है, आपके साथ दो सरकारें हैं। मैं अकेला हूँ, मेरे साथ कोई नहीं है। मुझे उन पुलिसकर्मियों पर भी भरोसा नहीं है जो मेरे साथ हैं, वे मुझे गोली मार सकते हैं।”

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा,  “मेरी सुरक्षा मेरा मालिक करता है या मेरे साथ जो लोग रहते हैं वह करते हैं। मेरे साथ जो सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं वो मेरी रेकी के लिए लगाए गए हैं कि मैं कहा हूँ और किससे मिल रहा हूँ… इन सुरक्षाकर्मियों पर मैं बिल्कुल भरोसा नहीं कर पा रहा हूँ, मुझे नहीं पता कि ये कब मुझे गोली मार दें। मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनजर स्वार टांडा विधानसभा सीट से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को मैदान में उतारा है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर उसे पेश करने के आरोप में अब्दुल्ला आजम खान लगभग 23 महीने की कैद की सजा काटने के बाद 15 जनवरी को सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए। उनके ऊपर 43 मामले दर्ज हैं।

वह साल 2017 में भी समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में लड़े थे और जीत हासिल की थी। हालाँकि, दिसंबर 2019 में, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उनकी जीत को यह कहते हुए पलट दिया कि उनकी उम्र 25 वर्ष से कम थी। उन्होंने जाली दस्तावेजों के साथ अपनी उम्मीदवारी हासिल की थी।

बता दें कि एक ओर जहाँ 43 केसों में आरोपित बनाए गए अब्दुल्ला आजम खान को यूपी पुलिस से डर सता रहा है। वहीं उनके अब्बा आजम खान जेल से चुनाव लड़ेंगे। समाजवादी पार्टी ने उनको रामपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है। आजम खान रामपुर से वर्तमान लोकसभा सांसद हैं। वह फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद है। उनके ऊपर 87 आपराधिक शिकायतें दर्ज हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया