‘सिर्फ इस्लाम मोहब्बत और ईमान की शिक्षा देता है’: रामचरितमानस को ‘नफरती ग्रंथ’ कहने वाले बिहार के मंत्री का Video वायरल, लोगों ने कहा- लानत है

बिहार के मंत्री चंद्रशेखर यादव (साभार: जागरण)

कभी एयरपोर्ट पर कारतूस के साथ पकड़ाने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव रामचरितमानस को नफरती ग्रंथ बताकर विवाद खड़ा कर दिया है। इस बीच उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि सिर्फ इस्लाम ही मोहब्बत का पैगाम देता है।

RJD नेता चंद्रशेखर यादव ने कुछ दिन पहले ‘नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी’ के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस को समाज को बाँटने वाला ग्रंथ बताया था। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस दलितों-पिछड़ों को शिक्षा ग्रहण करने से रोकता है।

उन्होंने रामचरितमानस के एक दोहे “अधम जाति में विद्या पाए, भयहु यथा अहि दूध पिलाए” का जिक्र करते हुए कहा था कि यह समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। उन्होंने दोहे में उल्लेखित अधम का अर्थ नीच बताकर जाति से जोड़ते हुए कहा था कि नीच जाति अर्थात दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार नहीं था।

इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विवाद बढ़ने के बाद भी उन्होंने माफी माँगने से इनकार कर दिया और कहा कि वे अपने बयान पर कायम हैं। वहीं, RJD भी उनके साथ खड़ी नजर आई। पार्टी के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह उनके समर्थन में आ गए। वहीं, RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कह दिया कि रामायण में भी कुछ कूड़ा-कचरा है।

इस बीच चंद्रशेखर यादव का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह इस्लाम का खूब महिमामंडन करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में चंद्रशेखर यादव कह रहे हैं, “मोहब्बत और ईमान का अकेला पैगाम देने वाला इस्लाम है। हमें नफरत फैलाने वालों से लड़ना है। नफरत फैलाने वालों का क्षय हो और ईमान वाले की जय हो।”

यह वीडियो चंद्रशेखर के फेसबुक पेज पर 4 मई 2022 को अपलोड किया गया है। इसमें वे किसी ईद उल फितर आयोजित कार्यक्रम में शरीक हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनसे एक स्थानीय पत्रकार सवाल करता है तो चंद्रशेखर ऐसी बातें कहते हैं। अब यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इस वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा OBC मोर्चा के महासचिव निखिल आनंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाया है। निखिल आनंद ने ट्वीट किया, “शिक्षामंत्री चंद्रशेखरजी का यह बयान भी सुनिए- ‘मोहब्बत और ईमान का पैगाम देने वाला ‘अकेला’ इस्लाम है’। शिक्षामंत्री ने राजद के तुष्टीकरण वाली राजनीतिक के एजेंडे के तहत मुसलमानों को खुश करने के लिए बयान दिया! ‘मिस्टर मालूम नहीं मुख्यमंत्री’, कैबिनेट मंत्री के बयान पर चुप क्यों?”

बता दें कि ये वही चंद्रशेखर यादव हैं, जो कहते हैं कि जाति-पाँति दूर करने के लिए अपने नाम के साथ उपनाम नहीं लगाते। हालाँकि, चुनाव के दौरान के उनके कई पोस्टर सामने आए हैं, जिनमें उन्होंने अपना नाम चंद्रशेखर बजाय चंद्रशेखर यादव लिखा है। चंद्रशेखर यादव, जो मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र से हैट्रिक लगा कर विधानसभा पहुँचे हैं और पेशे से वो प्रोफेसर हैं।

यहाँ यह भी जानना जरूरी है कि नीतीश कुमार ने जिन्हें शिक्षा मंत्री बनाया है, उन्हें 20 फरवरी 2022 को दिल्ली स्थित इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGIA) से गिरफ्तार किया गया था। वो अपने सामान के साथ 10 कारतूस लेकर भी जा रहे थे। हालाँकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया