Monday, November 18, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयलंदन के स्टूडेंट्स फ्लैट में मिली 19 साल की सबिता की लाश, बॉयफ्रेंड मारूफ...

लंदन के स्टूडेंट्स फ्लैट में मिली 19 साल की सबिता की लाश, बॉयफ्रेंड मारूफ को पुलिस ने पकड़ा

“मारूफ और सबिता के बीच प्रेम संबंध थे, लेकिन मारूफ छात्र नहीं है। वह एक ट्यूनीशियाई नागरिक है।”

लंदन में भारतीय मूल की एक ब्रिटिश नागरिक की लाश मिली है। हत्या के सिलसिले में पुलिस ने महीर मारूफ को पकड़ा है। मृतका की पहचान 19 साल की सबिता थानवानी (Sabita Thanwani) के तौर पर हुई है। वह लंदन विश्वविद्यालय (London University) से पढ़ाई कर रही थी। उसकी लाश छात्रों के लिए बने फ्लैट्स से मिली है। स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा गिरफ्तार किया गया मारूफ (Maher Maaroufe) ट्यूनीशियाई मूल का है।

पुलिस ने बताया कि भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक सबिता थानवानी (Sabita Thanwani,19) शनिवार (19 मार्च 2022) को लंदन के क्लर्केंवेल इलाके के आर्बर हाउस में छात्रों के लिए बने एक फ्लैट में मृत मिली थीं। उनकी गर्दन पर गंभीर चोटों के निशान थे। इसके बाद मेट्रोपोलिटन पुलिस ने 22 वर्षीय महीर मारूफ की धरपकड़ के लिए तत्काल एक अपील जारी की थी। संदिग्ध से सीधे अपील में पुल‍िस ने कहा था, “हम महीर मारूफ को तुरंत पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने की अपील करते हैं। यदि आप इस मैसेज को देखते हैं तो अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाएँ।”

बताया जा रहा है कि मारूफ और सबिता के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। अधिकारियों ने रविवार (20 मार्च 2022) को मारूफ को क्लर्केंवेल के उसी इलाके से गिरफ्तार किया, जहाँ से एक दिन पहले सबिता का शव बरामद हुआ था। मेट्रोपोलिटन पुलिस की विशेष अपराध शाखा की डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर लिंडा ब्रैडली ने कहा, “सबिता के परिवार को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। उनके प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ हैं। मैं इस बेहद मुश्किल समय में हर किसी से उनकी निजता का सम्मान करने की अपील करूँगी।” उन्होंने बताया, “मारूफ और सबिता के बीच प्रेम संबंध थे, लेकिन मारूफ छात्र नहीं है। वह एक ट्यूनीशियाई नागरिक है।”

उल्लेखनीय है कि सबिता लंदन विश्वविद्यालय से साइकोलॉजी की पढ़ाई कर रही थी। वह फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। उसे शुक्रवार को कथित तौर पर मारूफ के साथ देखा गया था। फिलहाल हत्या के कारण का पता नहीं चल पाया है। जाँच जारी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस जमीन पर दशकों से रह रहे, पास में है दस्तावेज भी… उन जमीनों पर भी वक्फ बोर्ड ने ठोका दावा: केरल के वायनाड...

तलापुझा गाँव के लोगों भेजे गए नोटिस में वक्फ संपत्ति के अतिक्रमण का आरोप लगाया गया है। जैसे ही यह खबर फैली, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

1 किमी में 4 मस्जिद, प्रशासन ने भी माना नमाज के लिए एक और इमारत की जरूरत नहीं; लेकिन जस्टिस मोहम्मद नियास ने ‘सुन्नी...

केरल हाई कोर्ट ने कोझिकोड में सुन्नी सेंटर में नमाज आयोजित करने के लिए NOC ना दिए जाने के फैसले को रद्द कर दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -