यूक्रेन की राजधानी कीव में गोली लगने से घायल हुए भारतीय छात्र हरजोत सिंह (Harjot Singh) की स्वदेश वापसी हो रही है। हरजोत सिंह का एक ताजा वीडियो सामने आया है, जिसमें वो एंबुलेंस में बैठे हैं और पोलैंड (Poland) के लिए यात्रा कर रहे हैं। पोलैंड से विमान के जरिए हरजोत को भारत लाया जाएगा। एंबुलेंस में बैठे हरजोत खासे भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि फिलहाल सब ठीक है, लेकिन यहाँ तक सफर काफी मुश्किलों भरा था। किसी भी तरह वापस अपने देश पहुँचने की इच्छा थी। उन्होंने कहा कि जब वह भारत पहुँचेंगे तो सभी से मुलाकात करेंगे।
Harjot Singh, an Indian national who sustained multiple bullet injuries in Kyiv, Ukraine, en route to the Poland border, earlier today. pic.twitter.com/Xay2UoRRAO
— ANI (@ANI) March 7, 2022
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने ट्वीट कर हरजोत सिंह के देश लौटने की जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था, “हरजोत सिंह वह भारतीय हैं जिन्हें कीव में युद्ध के दौरान गोली लग गई थी। अफरातफरी में इनका पासपोर्ट भी गुम गया था। सहर्ष सूचित कर रहा हूँ कि हरजोत कल भारत हमारे साथ पहुँच रहे हैं। आशा है कि घर का खाना मिलने और देखभाल के साथ उनका शीघ्र स्वास्थ्यवर्धन होगा।”
हरजोत सिंह वह भारतीय हैं जिन्हें कीव में युद्ध के दौरान गोली लग गई थी। अफरातफरी में इनका पासपोर्ट भी गुम गया था।
— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 6, 2022
सहर्ष सूचित कर रहा हूं कि हरजोत कल भारत हमारे साथ पहुंच रहे हैं।
आशा है घर के खाने और देखभाल के साथ शीघ्र स्वास्थ्यवर्धन होगा।#OperationGanga#NoIndianLeftBehind pic.twitter.com/NxOkD9mJ9U
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के छतरपुर के रहने वाले हरजोत सिंह यूक्रेन और रूस के बीच चल रही लड़ाई के दौरान 27 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ भारत आने के लिए निकले थे। ट्रेन में जगह नहीं मिल पाने के कारण पोलैंड बॉर्डर तक पहुँचने के लिए उन्होंने कैब का सहारा लिया, लेकिन रास्ते में उन्हें रोककर वापस जाने को कहा गया और जैसे ही कैब ने यूटर्न लिया तो फायरिंग होने लगी। इसी फायरिंग में हरजोत सिंह को गोली लगी और वो घायल हो गए। उस दौरान मची अफरातफरी के बीच उनका पासपोर्ट भी गुम हो गया था।
इस पूरे मामले की जानकारी मिलते ही भारत सरकार ने तेजी से कार्य किया। दूतावास के माध्यम से उनके इलाज की व्यवस्था की गई और अब हरजोत सोमवार को भारत वापस आ रहे हैं। बता दें कि यूक्रेन-रूस की लड़ाई की वजह से वहाँ फँसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपेरशन गंगा’ चला रखा है, जिसके तहत 19920 भारतीय यूक्रेन से अपने देश पहुँच चुके हैं।