Tuesday, September 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'पश्चिम बंगाल को मोदी से आज़ाद करें ममता बनर्जी': जिस मौलाना को मुहम्मद यूनुस...

‘पश्चिम बंगाल को मोदी से आज़ाद करें ममता बनर्जी’: जिस मौलाना को मुहम्मद यूनुस ने रिहा किया वो बोला – चीन से कह कर चिकेन्स नेक कटवा देंगे

उसने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी अपील की है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन से राज्य को 'आज़ाद' करें। साथ ही उसने खालिस्तानियों की मदद से भारत को खंडित करने का इरादा भी जाहिर किया है।

बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद से ही हिन्दू विरोधी हिंसा चरम पर है और हिंदुओं पर हमले की सैकड़ों घटनाएँ हो चुकी हैं। वहाँ के नेताओं ने शेख हसीना को शरण देने को लेकर भारत को धमकाया भी है। मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार चल रही है। नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस की सरकार ने जशीमुद्दीन रहमानी नामक कट्टरपंथी मौलाना को जेल से छोड़ दिया। अब उसने भी भारत के खिलाफ ज़हर उगला है।

‘अंसारुल्लाह बांग्ला टीम’ (ABT) के मुखिया मौलाना जशीमुद्दीन रहमानी ने अब जम्मू कश्मीर की ‘आज़ादी’ के लिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान से मदद माँगी है। वो अलकायदा और इससे जुड़े भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय संगठन AQIS का भी कट्टर समर्थक है। उसने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी अपील की है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन से राज्य को ‘आज़ाद’ करें। साथ ही उसने खालिस्तानियों की मदद से भारत को खंडित करने का इरादा भी जाहिर किया है।

सोशल मीडिया पर उसका ये बयान सर्कुलेट हो रहा है, जो किसी अस्पताल के कमरे से दिया गया हुआ लगता है। इससे पहले भी वो और उसका संगठन कई जिहादी कंटेंट का प्रसार कर चुका है। अब उसने कहा है कि बांग्लादेश कोई सिक्किम या भूटान नहीं बल्कि 18 करोड़ मुस्लिमों का मुल्क है, अगर तुम बांग्लादेश की तरफ बढ़ोगे तो हम चीन से कह कर चिकेन्स नेक (पूर्वोत्तर और शेष भारत के बीच का क्षेत्र) को काटने के लिए कहेंगे। उसने कहा कि अब वो सिखों से कहेगा कि उनका समय आ गया है।

2013 से ही जशीमुद्दीन रहमानी को गाज़ीपुर स्थित काशिमपुर सेन्ट्रल जेल में रखा गया था। नास्तिक ब्लॉगर अहमद राजीब हैदर की हत्या के मामले में उसे दोषी ठहराया गया था। कई अन्य नास्तिक ब्लॉगरों की हत्या में भी उसका नाम आया था। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना के शासनकाल के बंदियों को रिहा कर रही है। जमात-ए-इस्लामी और उसके संगठन ‘इस्लामी छात्र शिबिर’ पर से भी प्रतिबंध हटा लिया गया है। रहमानी का ABT इसी संगठन से सदस्यों को भर्ती करता रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘हिंदुस्तान में रहना है तो, ख्वाजा-ख्वाजा कहना है’: गणेश पंडाल के आगे इस्लामी कट्टरपंथियों ने लगाए फिलीस्तीन जिंदाबाद के भी नारे, संदिग्ध को पुलिस...

UP के बलरामपुर में गणेश पंडाल के आगे मुस्लिम भीड़ ने फिलिस्तीन समर्थन के साथ लगाए हिंदुस्तान में रहना है तो ख्वाजा ख्वाजा कहना है जैसे नारे

शेख हसीना को हटाने की 2019 से ही चल रही थी साजिश, बांग्लादेश तख्तापलट में लगी थी कई अमेरिकी एजेंसियाँ: रिपोर्ट में दस्तावेजों के...

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने की योजना 2019 में ही बन गई थी। अमेरिका की अलग-अलग एजेंसियाँ इस काम में लगाई गईं थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -