‘पॉर्न सबसे पुराना धंधा, हटे बैन’: मिया खलीफा को जादू-टोने में रूचि, किसान आंदोलन में कूद भारतीय लिबरलों की बनी थी ‘स्टार’

मिया खलीफा (तस्वीर साभार: हाईलो विथ एमराटा)

पॉर्न इंडस्ट्री की सबसे मशहूर पॉर्न स्टार मिया खलीफा (Porn Star Mia Khalifa) ने हाल में एडल्ट फिल्म जगत में बदलाव लाने की पैरवी की है। हाई लो विथ एमराटा (HighLow With Emrata) नाम से हुए एप्पल पॉडकास्ट पर बात करते हुए मिया खलीफा ने बताया कि ये दुनिया का सबसे पुराना धंधा है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि आखिर इस उद्योग में आने के लिए उम्र क्या होनी चाहिए।

हिजाब पहन पॉर्न इंडस्ट्री में आई थीं मिया खलीफा

29 वर्षीय मिया खलीफा ने हिजाब पहनकर पॉर्न इंडस्ट्री पॉर्नहब में एंट्री की थी। इसके बाद वह सबसे हाई रैंक वाली पॉर्न स्टार बनीं। उनके हिजाब पहनने के कारण जहाँ उनका दुनिया भर में विरोध हुआ। वहीं उनके इस कारनामे से वह तेजी से मशहूर भी हुईं। आज अपने ऐसे ही अनुभवों को लेकर वह कहती हैं कि वह पॉर्न के बिजनेस की विशेषज्ञ बन चुकी हैं।

एडल्ट इंडस्ट्री- पुराना धंधा

मिया ने कहा, “मुझे लगता है कि एक एडल्ट कंटेंट बनाने वाली प्रोडक्शन कंपनी के लिए कम से कम 21 साल की उम्र बढ़ा दी जानी चाहिए। यदि आप सेक्स वर्क उद्योग में प्रवेश करना चाहते हैं, तो हर तरह से इसे 18 वर्ष के बाद करें। यह कानूनी उम्र है, इसे कभी भी चैलेंज नहीं किया जाएगा।”

मिया ने पॉर्न जगत को दुनिया का सबसे पुराना धंधा बताया और कहा कि इस पर जितना प्रतिबंध लगेगा लोग उतना ही उन प्रतिबंधों से बचने के उपाय खोज निकालेंगे। इसे इंडस्ट्री को रेगुलेट करने की जरूरत है। इस पर प्रतिबंध लगाने की नहीं।

जादू-टोने में है दिलचस्पी

मिया ने इस पॉडकास्ट के दौरान बताया कि वो अपने उम्र के दोस्तों से बातें नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि ये ये कहना बहुत आसान होता है कि ‘तुम एक ^%$% हो। तुम बहुत डंब थीं तुमने ये 21 साल की उम्र में से सब किया।’ उन्होंने कहा कि उन्हें लगता था कि उन्हें आदमियों की अटेंशन तभी मिल पाएगी जब वो खूबसूरत दिखेंगी वरना नहीं। उन्होंने इस पॉडकास्ट में बताया कि उनका झुकाव अध्यात्म की ओर है। उन्हें जादू वगैरह पसंद है और वह इसे कोशिश करती हैं।

बता दें कि पॉर्नहब को छोड़ने के बाद मिया खलीफा आजकल ओनलीफैन्स पर सक्रिय हैं। वह कहती हैं कि जो कंटेंट वो यहाँ डालती हैं वो न्यूड नहीं होता। अगर वो इसे इंस्टा पर भी डालें तो भी कोई दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि वो जो कर रही है उसमें सहज हैं। अपनी तस्वीरें साझा करती हैं जो कि वो हैं। न कि वो जो इंटरनेट पर उन्हें दिखाया जाता है।

विदेशी मुद्दों में मिया खलीफा की राय

उल्लेखनीय है कि मिया खलीफा अक्सर अपने बयानों के कारण विवादों में रहती हैं। कुछ समय पहले (शरीर बेचने के धंधे को) सैनिक होने की तुलना में ज्यादा सही बताया था। उन्होंने कहा था कि एक सैनिक अपने शरीर को सबसे बुरे ढंग से बेचता है।

किसान आंदोलन के वक्त भी मिया खलीफा भारत के मुद्दों में घुसती दिखीं थीं। उन्होंने दावा किया था कि  मोदी सरकार ने दिल्ली में इंटरनेट भी बंद कर दिया है। साथ ही उन्होंने आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिलाओं की एक तस्वीर भी शेयर की थी, जिसमें लहराए जा रहे पोस्टर पर लिखा था – ‘किसानों की हत्या करना बंद करो’। 

इसी तरह इजरायल और फिलिस्तानी आतंकियों के बीच हुए संघर्ष के दौरान भी ट्वीट किए थे। जिन्हें देख सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा था कि मिया के ट्वीट “वेल प्लान्ड ट्वीटस्टॉर्म” का हिस्सा हो सकता है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया