Tuesday, November 19, 2024
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बांग्लादेश में इस्कॉन और अन्य हिंदू मंदिरों पर मुस्लिमों के हमलों की दक्षिण अफ्रीका हिंदू महासभा ने की निंदा, विरोध में दूतावासों पर भजन-कीर्तन

हम उन सभी लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं जो हमलों से प्रभावित हुए थे और बांग्लादेश सरकार से इन अपराधों के अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करने और उचित न्याय लागू करने का आह्वान करते हैं।

देश की राष्ट्रीय हिंदू संस्था, दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा ने एक बयान जारी कर बांग्लादेश के नोआखली जिले, चटगाँव डिवीजन में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा की है। शुक्रवार (15 अक्टूबर 2021) को कट्टरपंथी मुस्लिमों की एक उन्मादी भीड़ ने बांग्लादेश के मंदिर पर हमला किया, जिसमें इस्कान के एक भगत की मौत हो गई। इस्कॉन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह बयान शेयर किया है।

देश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा के बीच, बांग्लादेश में इस्कॉन और अन्य हिंदू मंदिरों पर अकारण हिंसा और हमलों को अंजाम देने वाले अपराधियों की निंदा करते हुए, संगठन ने कहा कि हमले से भक्तों को काफी क्षति हुई है और भयावहता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा ने कहा कि धार्मिक असहिष्णुता और घृणा अपराध ऐसे जहर हैं जो सामाजिक सद्भाव का दम घोंट रहे हैं और विभाजित समाज में गहरे छेद कर रहे हैं।

संगठन ने बांग्लादेश सरकार से पीड़ितों की सुरक्षा और भलाई के साथ-साथ उनके धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का आश्वासन देने को कहा है। दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा का पूरा बयान नीचे पढ़ा जा सकता है:

दक्षिण अफ्रीका की संन्यास आध्यात्मिक परिषद हिंदू मठों की एक राष्ट्रीय संस्था है जो न केवल हिंदू धर्म की शांतिपूर्ण और सार्वभौमिक शिक्षाओं को कायम रखती है, बल्कि महत्वपूर्ण रूप से बहुधर्म समुदायों के बीच शांति और सहिष्णुता को बढ़ावा देती है। साथ ही यह विभिन्न समुदायों के बीच सामाजिक सामंजस्य और सद्भाव की दिशा में अथक प्रयास करती है और आपसी सहयोग, समझ और सम्मान को प्रोत्साहित करती है।

हम पवित्र नवरात्रि प्रार्थनाओं के दौरान बांग्लादेश के विभिन्न क्षेत्रों में नोआखली में इस्कॉन मंदिर और अन्य हिंदू तीर्थस्थलों पर अकारण हिंसा और हमलों की कड़ी निंदा करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप शर्मनाक क्षति के अलावा, बेवजह जान गँवानी पड़ी और भक्तों में भय व्याप्त है।

धार्मिक असहिष्णुता और हेट क्राइम एक ऐसा जहर है जो सामाजिक सद्भाव को खत्म कर रहा है और विभाजित दुनिया में गहरी खाई खोद रहा है। नेताओं के रूप में, हमें अधिक शांतिपूर्ण और एकजुट सभ्यता की दिशा में काम करने के लिए एक दृढ़ रुख अपनाने और प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है। हमें मानव अधिकारों, मानवीय गरिमा, धार्मिक स्वतंत्रता और विविधता का सम्मान करना चाहिए और सम्मान, सहिष्णुता और आपसी समझ विकसित करनी चाहिए।

इसलिए, हम उन सभी लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं जो हमलों से प्रभावित हुए थे और बांग्लादेश सरकार से इन अपराधों के अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करने और उचित न्याय लागू करने का आह्वान करते हैं। हम बांग्लादेश सरकार से पीड़ितों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के साथ-साथ पूजा की स्वतंत्रता के उनके अधिकार की रक्षा करने का अनुरोध करते हैं।

इस्लामी भीड़ ने बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर किया हमला

शुक्रवार (15 अक्टूबर 2021) को कट्टरपंथी इस्लामियों की एक उन्मादी भीड़ ने बांग्लादेश के चटगाँव डिवीजन के नोआखली जिले में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) मंदिर पर हमला किया। यह नृशंस हमला कट्टरपंथी इस्लामियों द्वारा ईशनिंदा के बहाने दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ करने के कुछ दिनों बाद हुआ है।

एक ट्वीट में, इस्कॉन के आधिकारिक हैंडल ने लिखा, “बांग्लादेश के नोआखली में आज इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान पहुँचा और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान करते हैं।”

हमले के एक दिन बाद, कोलकाता में इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हमले की निंदा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंसा के सिलसिले को तोड़ने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मिलने का अनुरोध किया।

राधारमण दास ने कहा, “बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों में हिंसा का सिलसिला थमा नहीं है। इस्कॉन मंदिर के अंदर शुक्रवार को मौत का तांडव हुआ। इस्कॉन दुनिया भर में बांग्लादेश उच्चायोगों के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा जब तक कि दोषियों को दंडित नहीं किया जाता।”

खबरों के मुताबिक, इस्कॉन कोलकाता, बांग्लादेश में हुए कायरतापूर्ण हमले का विरोध कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर ‘भजन’ गाकर कर रहा है। वह अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई और भक्तों की सुरक्षा की माँग कर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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