‘गरीबी उन्मूलन में अभूतपूर्व परिवर्तन, अक्षय ऊर्जा का निर्विवाद नेता है भारत’: जो बायडेन के स्पेशल दूत ने कहा- हम आपके कृतज्ञ

भारत पहुँचे जॉन केरी ने कई मंत्रियों से की मुलाकात

जॉन केरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन के स्पेशल दूत के रूप में भारत आए हैं। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की। जॉन केरी ने मंगलवार (अप्रैल 6, 2021) को कहा कि भारत वैश्विक नेतृत्व के रूप में उभरा है और दुनिया को कोरोना वायरस के खिलाफ बनी वैक्सीन मुहैया कराने में इसकी बड़ी भूमिका रही है।

उन्होंने इस बात से संतुष्टि जताई कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भी भारत अपना काम कर रहा है। 4 दिवसीय दौरे पर भारत आए जॉन केरी इस दौरान कई मंत्रियों और अधिकारियों के साथ संवाद करेंगे। ‘साउथ एशियन वीमेन इन एनर्जी लीडरशिप समिट’ को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत जलवायु के मामले में अच्छा काम कर रहा है। साथ ही उन्होंने अक्षय ऊर्जा के मामले में भारत को ‘निर्विवाद वैश्विक नेता’ करार दिया। 70 देशों को वैक्सीन देने को लेकर उन्होंने कृतज्ञता जताई।

उन्होंने अमेरिका को भारत का दोस्त और पार्टनर बताया। उन्होंने कहा कि जब अमेरिका एक विकासशील राष्ट्र हुआ करता था, तब उसे इस तरह का फायदा उपलब्ध नहीं था। उन्होंने कहा, “आपके पास न सिर्फ दशकों की वैज्ञानिक और तकनीकी आधुनिकता का फायदा मिल रहा है, बल्कि अमेरिका आपका अच्छा मित्र देश और पार्टनर है। भारत के टिकाऊ भविष्य के लिए अमेरिका हमेशा समर्थन करता रहेगा।”

https://twitter.com/ClimateEnvoy/status/1379565832620019712?ref_src=twsrc%5Etfw

साथ ही उन्होंने भारत में घट रही गरीबी को लेकर भी बातें की। यूएस प्रेजिडेंट के स्पेशल दूत ने कहा कि गरीबी उन्मूलन के मामले में भारत ने ‘अभूतपूर्व परिवर्तन’ लाया है। उन्होंने ‘नेशनल हाइड्रोजन एनर्जी मिशन’ की प्रशंसा की। साथ ही 2030 तक 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा पैदा करने के भारत के संकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि क्लीन एनर्जी के मामले में भारत पहले से 5 लाख अतिरिक्त रोजगार पैदा करेगा।

बताते चलें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन की मेजबानी वाली ‘क्लाइमेट लीडर्स समिट’ में पाकिस्तान को न्योता नहीं दिया गया है। US क्लाइमेट एन्वॉय जॉन केरी अपने एशिया ट्रिप में भारत तो आ गए हैं, लेकिन वो पाकिस्तान का दौरा नहीं करेंगे। क्लाइमेट समिट अप्रैल 22-23, 2021 को होना है। ये समिट वर्चुअल रूप से ही होगा। दुनिया भर के 40 वैश्विक नेता इस समिट का हिस्सा बनेंगे। नवंबर में स्कॉटलैंड के ग्लासगो में ‘UN क्लाइमेट चेन्ज कॉन्फ्रेंस (COP26)’ का आयोजन भी होना है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया