हमास के हमलों में नेपाल के 10 छात्रों की भी मौत, जर्मन महिला की लाश की नग्न परेड: जानिए इजरायल में इस्लामी आतंकियों ने किन देशों के नागरिकों को किया टारगेट

हमास के हमले में नेपाल के 10 छात्रों की मौत हो (चित्र साभार: ANI)

इजरायल में इस्लामी आतंकी संगठन हमास की हत्या में अब तक 700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें नेपाल के रहने वाले 10 छात्र भी हैं। वे इजरायल में पढ़ाई कर रहे थे। एक भारतीय नर्स हमले में घायल हुई है। इसके अलावा कई अन्य देशों के लोगों की भी मौत हुई है।

नेपाल के अलावा अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, यूक्रेन, थाईलैंड और फिलिपीन्स के नागरिकों की हमास के हमले में मारे जाने की अब तक पुष्टि हो चुकी है। थाईलैंड के कुछ कृषि मजदूरों को हमास ने अगवा किया है। दो थाई नागरिक हमले में मारे गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल के 17 छात्र हमास के हमले की जद में आए थे। इनमें से 10 की मौत हो गई और चार घायल हैं। 2 छात्र सुरक्षित बच गए हैं, जबकि एक के विषय में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है। ये नेपाली छात्र इजरायल में किबूत्ज़ अलुमिम इलाके में थे जो कि गाजा पट्टी के नजदीक है।

वर्तमान में इजरायल में 4500 से अधिक नेपाली काम कर रहे हैं। वहीं 265 नेपाली छात्र इजरायल में पढ़ रहे हैं। एक भारतीय नर्स भी इस्लामी आतंकी संगठन के हमले में गंभीर रूप से घायल हुई है। केरल के कन्नूर की रहने वाले शीजा आनंद इजरायल के एश्केलोन शहर में काम करती हैं जो कि गाजा पट्टी से मात्र 13 किलोमीटर दूर है। हमास के रॉकेट हमले में उनको गंभीर चोटें आई हैं।

भारत में मौजूद उनके पति ने बताया कि जब हमला हुआ तब वह शीजा के साथ वीडियो कॉल कर रहे थे। इसी बीच एक रॉकेट आकर फटा और कॉल कट गई। शीजा को रीढ़ और पैरों में गहरी चोटें आई हैं और उनकी सर्जरी करनी पड़ी है। इस बीच भारत ने अपने 27 नागरिकों को इजरायल के खतरे वाले इलाकों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। यह सभी मेघालय से इजरायल गए हुए थे। इनमें नेशनल पीपुल्स पार्टी के राज्यसभा सांसद वान्वेरोई खार्लुखी और उनकी पत्नी-बेटी शामिल हैं। यह सभी इजरायल से सीमा पार करके मिस्र में पहुँच गए हैं। मेघालय के नागरिक बेथलेहम में मजहबी यात्रा पर गए हुए थे।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने कहा है। एक अनुमान के अनुसार, इजरायल में लगभग 18 हजार भारतीय रहते हैं।

हमास के हमले में एक फ्रेंच महिला की भी मौत हुई है। इसकी पुष्टि फ़्रांस के विदेश मंत्रालय ने की है। इसके अलावा 2 थाई और 2 यूक्रेनी नागरिकों के मारे जाने की भी पुष्टि हुई है। कुछ मेक्सिकन नागरिकों को बंधक बनाया गया है।

इजरायल में हमास के हमले में मारी गई जिस महिला का शव आतंकियों ने गाजा की सड़कों पर एक पिकअप में डाल कर प्रदर्शित किया था। वह जर्मन नागरिक थी। उनकी पहचान शनि लौक के तौर पर हुई है। शनि की माँ ने हमास के आतंकियों से अपील की है कि वह उनकी बेटी का शव लौटा दें।

हमास के हमले में 4 अमेरिकी नागरिक भी मारे गए हैं। यह संख्या आगे और बढ़ सकती है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह लगातार यह पुष्टि करने का प्रयास कर रहा है कि कितने अमेरिकी नागरिकों को बंधक बनाया गया है और कितने मारे जा चुके हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया