इंडिया टुडे ने अपने कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर निजी विचार साझा करने से रोका, कहा- यह अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

इन दिनों सोशल मीडिया कई तरह के विवादों में घिरता नजर आया। कई विवादों का केंद्र बिंदु बनने के बाद अब कथित तौर पर इंडिया टुडे ग्रुप (ITG) ने एक अंतरिम सोशल मीडिया एडवाइजरी जारी किया है। इंडिया टुडे ने इस एडवाइजरी में अपने पत्रकारों से किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी निजी राजनीतिक विचार साझा करने से मना किया है।

Image posted by Deepika Narayan Bharadwaj on Twitter

स्वतंत्र पत्रकार दीपिका नारायण भारद्वाज ने इंडिया टुडे के इस अंतरिम सोशल मीडिया एडवाइजरी को शेयर किया। जिसमें कहा गया है कि इंडिया टुडे ग्रुप से जुड़े किसी भी फुलटाइम, पार्ट टाइम, कंसलटेंट, रीटेनर या फिर थर्ड पार्टी पर यह एडवाइजरी लागू होता है। दिशानिर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और दो महीने के लिए प्रभावी होंगे।

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एडवाइजरी का कहना है कि दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, टर्मिनेट भी किया जा सकता है। आश्चर्य की बात यह है कि दिशानिर्देश स्पष्ट रूप से इंडिया टुडे ग्रुप से जुड़े किसी भी कर्मचारी को अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट से टिप्पणी करने से मना करता है, मगर साथ ही यह भी दावा करता है कि यह अभिव्यक्ति और प्रेस की स्वतंत्रता का उल्लंघन नहीं है।

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एडवाइजरी का कहना है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के विवाद से बचते हुए पत्रकारिता के उच्च मानकों को बनाए रखने और सॉलिड स्टोरी करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इंडिया टुडे का नाम हाल ही में टीआरपी घोटाले में सामने आया था। मुंबई पुलिस ने एक एफआईआर भी दर्ज की थी जिसमें इंडिया टुडे का नाम था।

मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने खुद यह बात स्वीकारी थी कि असल एफ़आईआर में इंडिया टुडे का ज़िक्र है। इस खुलासे के बाद मुंबई पुलिस खुद की बनाई गाँठो में उलझती हुई नज़र आ रही है क्योंकि यह बात सार्वजनिक रूप से कही गई है और दूसरी तरफ इससे तमाम सवाल खड़े होते हैं। 

पिछले दिनों एक व्यक्ति ने दावा कि उन्हें लापरवाह ड्राइविंग करते हुए ‘आजतक’ न्यूज़ चैनल की एक कार ने ठोक दिया था। जिस वजह से नाराज व्यक्ति ने उसके जान को खतरे में डालने वाले व्यक्ति पर चिल्लाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं व्यक्ति ने अपना गुस्सा कार में बैठे लोगों पर भी निकाला।

आदमी ने कार पर चिल्लाते हुए कहा, “यह आजतक की कार है। ऐसे गाड़ी चलते है मानो इनके पीछवाड़े में किसी ने आग लगा दी हो। इनकी गाड़ी पर आजतक का स्टीकर है।” तभी गाड़ी का हॉर्न बजने पर आदमी कहता है, “चुप! बहुत सुन लिया तुम्हारी बकवास। क्या समझते हो तुम अपने आप को?”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया