Sunday, November 3, 2024
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सऊदी और UAE में बैन होगी राना अयूब की एंट्री? 2022 में हज का था देख रही थीं सपना, अब अरब वाले कह रहे – ‘काबा तुम्हारा नहीं है’

"बड़ी खबर! UAE अपने मुल्क में राना अयूब की एंट्री को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है। सूत्रों का ऐसा कहना है।"

भारतीय कट्टरपंथी इस्लामी पत्रकार राना अयूब अब सऊदी अरब का भी कोपभाजन बन रही हैं। उन्होंने यमन के हूती विद्रोहियों का समर्थन करते हुए सऊदी अरब और UAE को खून बहाने वाला कह दिया, जिसके बाद वहाँ के लोग उन्हें आतंकियों का हितैषी और उनसे भी ज्यादा खतरनाक बता रहे हैं। अब कुछ मीडिया संस्थान सूत्रों के हवाले से दावा कर रहे हैं कि राना अयूब की एंट्री पर सऊदी अरब और UAE प्रतिबंध लगा सकता है, जिससे उनके हज करने का सपना अधूरा ही रह जाएगा।

‘OSINT Updates’ नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा, “बड़ी खबर! UAE अपने मुल्क में राना अयूब की एंट्री को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है।” इसके अलावा ‘Megh Updates’ नाम के ट्विटर हैंडल ने भी सूत्रों के हवाले से ये खबर चलाई। लोगों ने पूछा कि क्या अब राना अयूब ‘किसी के बाप का सऊदी थोड़ी है?’ वाले पोस्टर्स लेकर निकलेंगी? कइयों ने उन्हें समझाया कि भारत के लोग रोज उनका प्रोपेगंडा बर्दाश्त करते हैं, लेकिन एक ट्वीट पर सऊदी अरब वालों ने उन्हें दिखा दिया।

राना अयूब ने 10 दिसंबर, 2021 को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर के लिखा था कि उनके दिमाग में यही चल रहा है कि 2022 में उन्हें हज करना है। उन्होंने ‘इंशाअल्लाह’ लिखते हुए दिल वाली दो इमोजी भी लगाई थी। उन्होंने लिखा था, “साल 2021 अब लगभग ख़त्म हो गया है। मेरे पास कृतज्ञ होने के लिए काफी कुछ है। अब मेरा नए साल का रिजोल्यूशन यही है। अल्लाह मुझे और दूसरों को भी इस सपने को पूरा करने में मदद करे।” साथ ही उन्होंने कृतज्ञता, स्वप्न और शुक्र का हैशटैग भी लगाया था।

बता दें कि अब सऊदी अरब और भारत के लोग मिल कर उन पर निशाना साध रहे हैं। मेजर (रिटायर्ड) माणिक एम जॉली ने लिखा, “राणा अयूब ने एक कूटनीतिक मुद्दे में टाँग अड़ाया, जिस समस्या की उन्हें समझ नहीं थी। ISI ने उनका इस्तेमाल ईरान-पाकिस्तान-तुर्की के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए किया, ताकि वो सऊदी अरब-अमेरिका और आंशिक रूप से इजरायल पर भी निशाना साध सकें। ये रोजमर्रा के घृणा फैलाने से कहीं अधिक बढ़ कर है। ये एक बड़ा लीग हैं।” सऊदी वाले कह रहे कि मुस्लिम होने की वजह से काबा राना अयूब का नहीं हो जाता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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