जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक हुई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी बैठक में हिस्सा लिया। आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निष्प्रभावी किए जाने के बाद से डोभाल ने जम्मू-कश्मीर में ही डेरा डाल रखा था।
उनके दिल्ली लौटने के बाद जम्मू-कश्मीर के मसले पर यह पहली शीर्ष बैठक है। इसमें केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और ख़ुफ़िया एजेंसियों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित हुए। सोमवार (अगस्त 19, 2019) को श्रीनगर जोन में 200 से भी अधिक स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य शुरू हो गया।
उधर राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने को ‘ग़लत निर्णय’ बताया और सरकार से माँग करते हुए कहा कि इस निर्णय को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। अमित शाह की यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब घाटी में शांति का माहौल कायम है, लेकिन कुछ लोग अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
शेहला रशीद को लगातार झूठी अफवाहें फैलाने के कारण सेना से फटकार मिली है, वहीं उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है। उधर सैयद अली शाह गिलानी के बारे में पता चला है कि वह 2 बीएसएनएल कर्मचारियों की मदद से प्रतिबन्ध के बावजूद इन्टरनेट सुविधा का लाभ उठा रहे थे। दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
Delhi: National Security Advisor (NSA) Ajit Doval leaves the Home Ministry after attending a meeting chaired by Home Minister Amit Shah. Home Secretary Rajiv Gauba & senior intelligence officials also attended the meeting. pic.twitter.com/nrWHgV4yVq
— ANI (@ANI) August 19, 2019
बताया जा रहा है कि डोभाल ने गृह मंत्री को राज्य की स्थिति से अवगत कराया। इस बैठक के बाद जल्द ही कुछ बड़े फैसलों के कयास लगाए जा रहे हैं।