जम्मू कश्मीर में लगातार हुए कई आतंकी हमलों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक की है। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में रविवार (16 जून, 2024) को हुई इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि न सिर्फ आतंकवाद को कुचला जाए, बल्कि आतंकवादियों की मदद करने वालों से भी सख्ती से निपटा जाए। जम्मू कश्मीर के सभी तीर्थस्थलों एवं पर्यटन स्थलों में भी सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की जाएगी।
बता दें कि 21 जून को योग दिवस के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर में मौजूद रहेंगे और इसके लिए वो 1 दिन पहले केंद्रशासित प्रदेश में पहुँच कर रात्रि प्रवास भी करेंगे। वहीं 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होगी, जिसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री ने यात्रा रूट और राष्ट्रीय राजमार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती का निर्देश दिया है। 2023 में 4.28 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा अमरनाथ का दर्शन किया था। इस बार ये आँकड़ा 5 लाख होने की उम्मीद है।
इस बार इन सभी को स्पेशल कार्ड दिए जा सकते हैं, ताकि उन सबकी लाइव लोकेशन पता चलती रहे। साथ ही सभी को 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिए जाने की योजना पर भी काम चल रहा है। इतना ही नहीं, तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले पशुओं के लिए भी 50,000 रुपए का इन्सुरेंस कवर होगा। 52 दिनों की अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा बलों की 500 से भी अधिक कंपनियाँ तैनात की जा रही हैं। इससे पहले 13 जून को पीएम मोदी और 14 जून को भी अमित शाह ने बैठक की थी।
Union Home Minister and Minister of Cooperation Shri @AmitShah chaired a meeting in New Delhi to review the security situation in Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/HRT42KegGV
— BJP Jammu & Kashmir (@BJP4JnK) June 16, 2024
LG मनोज सिन्हा और NSA अजीत डोभाल के अलावा जाँच एजेंसियों और सेनाओं के प्रमुख भी इस बैठक में मौजूद रहे। आने वाले दिनों में आतंकरोधी अभियान में तेज़ी आएगी। रियासी में एक बस पर हुए हमलों में 10 श्रद्धालु मारे गए हैं। पीएम मोदी इसके लिए और दिशानिर्देश जारी करेंगे। फ़िलहाल अमित शाह ने निर्देश दिया है कि आतंकरोधी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल किया जाए। रियासी के अलावा कठुआ और डोडा में भी आतंकियों ने हाल ही में हमला किया।