राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान के कई जिलों में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) के ऑफिसों और सम्पत्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस सिलसिले में NIA की टीम ने कोटा और जयपुर में PFI के कार्यालयों को UPPA के तहत अटैच किया है। जाँच एजेंसी ने बताया कि इन ऑफिसों को आतंकवाद से कमाए गए पैसों से संचालित किया जा रहा था।। यह एक्शन शुक्रवार (24 मार्च, 2023) को हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NIA ने जिन सम्पत्तियों को अटैच किया है उसमें एक जगह कोटा के रामपुरा थाना क्षेत्र की है। जाँच एजेंसी ने यहाँ लाडपुरा लाल जी की घाटी स्थित अराकेन बड़ी मस्जिद के पास बने मदरसा फुरकानिया पर नोटिस चस्पा किया है। जिस दूसरी जगह NIA ने कार्रवाई की है वह राजस्थान की राजधानी जयपुर में है। यहाँ पर मोती डूंगरी रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के पास स्थित मकान नंबर 2 पर ताला लगाया गया है। NIA ने दोनों ही स्थानों की कमाई आतंकवाद के जरिए होने की जानकारी दी है।
राजस्थान के कोटा जिले की रामपुरा थाना कोतवाली पुलिस ने बिल्डिंग पर एक नोटिस अटैच होने की जानकारी दी है। इस से पहले NIA की टीम पिछले माह फरवरी की 18 तारीख को इसी बिल्डिंग पर एक्शन के लिए कोटा पहुँची थी। तब कोटा में 2 स्थानों पर कार्रवाई हुई थी। दूसरी जगह विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में है। शुक्रवार को हुई कार्रवाई के दौरान बिल्डिंग पर कोई भी मौजूद नहीं मिला। इस बिल्डिंग के पास मौजूद मस्जिद के सदर से NIA के अधिकारियों ने बात की।
क्या है पूरा मामला
दरअसल साल 2022 के सितंबर माह में NIA ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया के प्लान 2047 का पर्दाफाश किया था। इस मामले में दर्ज FIR में PFI पर आरोप लगाया गया था कि वह भारत को 2047 तक इस्लामिक स्टेट बनाना चाह रहा था। इसकी तैयारी के लिए PFI द्वारा मुस्लिम युवाओं को न सिर्फ मज़हबी कट्टरता बल्कि हथियारों की भी ट्रेनिंग दी जा रही थी। जाँच के दौरान इस नेटवर्क की साजिश में कोटा के मोहम्मद आसिफ और बारां के सादिक सराफ भी शामिल मिले थे।