राजस्थान में हनीट्रैप के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। भारतीय सेना के जवानों को अपने जाल में फँसाने के लिए पाकिस्तान ने सभी हदें पार कर दी हैं। खबर है कि पाकिस्तानी एजेंट को न्यूड चैट की ट्रेनिंग दी जा रही है। पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों को फँसाने के लिए हनीट्रैप के 7 मॉड्यूल तैयार कर रखे हैं। इसमें 25 से ज्यादा लड़कियाँ हैं, जिनमें कुछ कॉलेज गर्ल्स हैं तो कुछ सेक्स वर्कर्स। जिस तरह आर्मी में ट्रेनिंग दी जाती है, उसी तरह पाकिस्तान इन लड़कियों को हनीट्रैप के लिए ट्रेनिंग दे रहा है।
पिछले महीने जोधपुर में सेना के जवान को हनीट्रैप में फँसाने का मामला सामने आया था। जोधपुर में गनर के पद पर तैनात प्रदीप को पाकिस्तान एजेंट ने रिया बनकर अपने जाल में फँसाया था। पाकिस्तानी एजेंट की खूबसूरती, दीवारों पर भगवान की तस्वीरें और शादी के झांसे में फँसकर प्रदीप ने आर्मी के सीक्रेट्स तक उसे दे दिए थे, जवान प्रदीप सेना की बेहद अहम रेजिमेंट से जुड़ा हुआ था। आठ महीने पहले उसने पाकिस्तानी महिला एजेंट को पोखरण में हुए कुछ मिसाइल परीक्षणों के वीडियो के साथ ही मिसाइलों का पूरा ब्योरा तक भेज दिया था। इसके मोबाइल से महिला को भेजे गए डॉक्यूमेंट की जानकारी भी मिली है। फिलहाल प्रदीप जेल में बंद है।
‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, हनीट्रैप आर्मी में केवल खूबसूरत लड़कियों को ही भर्ती किया जाता है। कराची, लाहौर, हैदराबाद जैसे शहरों में आईएसआई और पाक मिलिट्री इंटेलिजेंस के अफसर लोकल सेक्स वर्कर्स को ढूंढकर उन्हें हायर करते हैं। इन लड़कियों को ‘पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO)’ कहा जाता है। सबसे पहले पाकिस्तानी हनीट्रैप आर्मी की एजेंट ये लड़कियाँ सोशल मीडिया पर फर्जी ID बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती हैं।
रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के बाद वह जवानों से प्यार भरी बातें करती हैं और दावा करती हैं कि वो हर सुख-दुःख में उनका साथ देंगी। दोस्ती होने के बाद वे टारगेट को शादी का झाँसा देती हैं। इसके बाद शुरू होती है सेक्स चैट। इससे जाल में फँसने वाले को लगता है कि लड़की सचमुच उससे प्यार करती है।
ये लडकियाँ भारतीय नंबर से वाॅट्सऐप आईडी बनाती हैं, धोखा देने के लिए घर की दीवारों पर भगवान की तस्वीरें लगाती हैं। ताकि उन्हें हिंदू समझा जाए। टारगेट काे फँसाने के लिए ये लड़कियाँ न्यूड कॉल भी करती हैं। इसके बाद टारगेट इनके कहने पर देश की सुरक्षा से जुड़े सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी शेयर करने के लिए तैयार हो जाता है। टारगेट और लड़की के बीच हुई सारी चैटिंग व वीडियो कॉल को पीआईओ रिकॉर्ड कर लेता है। टारगेट सीक्रेट डॉक्यूमेंट देने से इनकार कर दे, तो न्यूड वीडियो के दम पर उसे ब्लैकमेल किया जाता है।
जाल में फँसाने से पहले पूरा होमवर्क करती हैं
ये पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट जवानों को अपने जाल में फँसाने से पहले पूरा होमवर्क करती हैं। कैप्टन रैंक के अफसरों द्वारा इन्हें मारवाड़ी और पंजाबी में बातें करने और रहन-सहन की ट्रेनिंग दी जाती है। यही नहीं, इन युवतियों को रिया, पूजा, अवनी, अनिका, हरलीन, मुस्कान जैसे नाम देकर हिंदू पहचान दी जाती है ताकि आसानी से सेना का जवान इनके जाल में फँस सके। गनर प्रदीप कुमार को अपने जाल में फँसाने वाली मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की नर्स बनी रिया अब तक 10 लोगों को फँसा चुकी है।
गौरतलब है कि पिछले साल राजस्थान में हनीट्रैप के 17 मामले सामने आए थे। ISI की ये खूबसूरत लड़कियाँ सोशल मीडिया के जरिए भारतीय नागरिकों और सेना के जवानों को फँसाती हैं। खासकर जिन लोगों ने सेना की वर्दी में तस्वीरें डाल रखी होती हैं, ये सबसे पहले उन्हें अपना निशाना बनाती हैं। इसके बाद चैटिंग की प्रक्रिया शुरू की जाती है। उनके साथ घूमने-फिरने से लेकर शादी तक का झाँसा दिया जाता है। उनके अश्लील वीडियो बनाकर के ब्लैकमेल का तरीका भी आजमाया जाता है। कई मामलों में चीनी कंपनी के गैजेट्स या मोबाइल का प्रयोग कर रहे जवानों को ज्यादा निशाना बनाया गया है।