पाकिस्तानी ISI एजेंट के जाल में फँसे सेना के जवान ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। राजस्थान के जोधपुर में तैनात गनर प्रदीप कुमार ने बताया कि वह पाकिस्तानी महिला एजेंट की खूबसूरती का दीवाना हो गया था। वह उससे शादी करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था। इसके चलते उसने महिला को सेना के कई सीक्रेट डॉक्यूमेंट, वीडियो और फोटो तक शेयर कर दिए।
यही नहीं उसने ‘रिया’ नाम की इस आईएसआई एजेंट से अपने कुछ दोस्तों की भी जान-पहचान करवाई थी। इसके बाद शातिर महिला एजेंट ने इनको भी अपने झाँसे में लेने का भरपूर प्रयास किया था। लेकिन इन्हें ट्रैप करने में कामयाब नहीं हो पाई और समय रहते ही स्टेट पुलिस की इंटेलिजेंस को इसकी जानकारी मिल गई। पुलिस इन सभी के फोन जब्त कर जाँच में जुट गई है। वहीं, दो दिन की रिमांड के बाद प्रदीप को जयपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, जवान प्रदीप सेना की बेहद अहम रेजिमेंट से जुड़ा हुआ था। सात महीने पहले उसने पाकिस्तानी महिला एजेंट को पोकरण में हुए कुछ मिसाइल परीक्षणों के वीडियो के साथ ही मिसाइलों का पूरा ब्योरा तक भेज दिया था। इसके मोबाइल से महिला को भेजे गए डॉक्यूमेंट की जानकारी भी मिली है। बताया जा रहा है कि वह अपनी यूनिट में होने वाले सैन्य कार्यक्रमों और अभ्यास के लाइव वीडियो गुपचुप तरीके से बनाता था। महिला उससे जो भी जानकारी माँगती थी, वह उसे भेजता रहता था। इसके बदले जवान उससे केवल शादी करना चाहता था, क्योंकि इस केस में दुश्मन देश को भेजे गए इनपुट के बदले पैसों के लेनदेन की जानकारी सामने नहीं आई है।
जाल में फँसाने से पहले पूरा होमवर्क करती हैं
ये पाकिस्तानी ISI महिला एजेंट जवानों को अपने जाल में फँसाने से पहले पूरा होमवर्क करती हैं। कैप्टन रैंक के अफसरों द्वारा इन्हें मारवाड़ी और पंजाबी में बातें करने और रहन-सहन की ट्रेनिंग दी जाती है। यही नहीं, इन युवतियों को रिया, पूजा, अवनी, अनिका, हरलीन, मुस्कान जैसे नाम देकर हिंदू पहचान दी जाती है ताकि आसानी से सेना का जवान इनके जाल में फँस सके। गनर प्रदीप कुमार को अपने जाल में फँसाने वाली मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की नर्स बनी रिया अब तक 10 लोगों को फँसा चुकी है।
गौरतलब है कि कई वर्षों से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा खूबसूरत लड़कियों को भारतीय नागरिकों और जवानों के पीछे लगाया जाता रहा है। सोशल मीडिया के जरिए सेना के जवानों को अपने झाँसे में लेकर भारतीय सेना व सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े कई राज जुटाए जाते हैं और फिर उसे पाकिस्तान पहुँचाया जाता है। मुख्य तौर पर सेना के मूवमेंट और हथियारों के बारे में जानकारियाँ इकट्ठा करना इनकी मुख्य मंशा होती है। जोधपुर हनीट्रैप मामले में बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के जवानों और नए अफसरों को फँसाने के लिए पाक सेना की मिलिट्री इंटेलिजेंस सिंध हैदराबाद में टंडो झानियों के पास आर्मी कैंट से एक मॉड्यूल ऑपरेट कर रही है, जिसे हैदराबाद मॉड्यूल नाम दिया गया है।