पुणे में अपनी अनुचित माँगों को लेकर चर्चा में आई महिला ट्रेनी आईएस अधिकारी का प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही ट्रांसफर कर दिया गया। महिला ट्रेनी आईएएस का नाम पूजा खेडकर है। उनके खिलाफ पुणे के जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव को शिकायत भेज एक्शन की माँग की थी।
फैसले में पूजा खेडकर को पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया। आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि 2023 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को उनके प्रशिक्षण की शेष अवधि पूरी करने के लिए वाशिम स्थानांतरित किया गया है और वह 30 जुलाई, 2025 तक वहाँ सुपरन्यूमेरी सहायक कलेक्टर के रूप में काम करेंगी।
The Maharashtra government has transferred probationary IAS officer Dr Pooja Khedkar from Pune to Washim following complaints of alleged misuse of power.She will now serve as super numery assistant collector of Washim.#Pune. #Maharashtra #Mumbai #IASOfficer pic.twitter.com/ChfYtmhXv4
— kumar Ashutosh Anand (@Ashutos59663780) July 10, 2024
बता दें कि पूजा खेडकर के खिलाफ मुख्य सचिव को भेजी गई शिकायत का खुलासा पुणे मिरर की रिपोर्ट से हुआ था। इस रिपोर्ट में अधिकारियों से बात करके बताया गया था कि कैसे पूजा खेडकर अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने में लगी हैं। वो प्रोबेशन पीरियड में होते हुए वीआईपी नंबर प्लेट के साथ बत्ती वाली गाड़ी की डिमांड कर रही थीं।
इसके अलावा उन्हें एक चैंबर भी चाहिए था। जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने अतिरिक्त कलेक्टर अजय मोरे की अनुपस्थिति में उनका चैंबर कब्जा लिया। उन्होंने चैंबर पर अतिक्रमण कर वहाँ से सारे सामान हटवा दिए और अपना नाम उस जगह लगा दिया। साथ ही उनके नाम से लेटर हेड, विजिटिंग कार्ड, पेपरवेट, नेमप्लेट, इंटरकॉम लाने को कहा। वहीं उनके पिता तो खुद प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं, उन्होंने इस मामले में बेटी को समझाने की बजाए अधिकारियों को धमकाया कि वो लोग उनकी बेटी की डिमांड मानें वरना अंजाम बुरा होगा। इन्हीं कारणों से तंग आकर पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे को मुख्य सचिव सुजाता सैनिक को पत्र लिखकर मदद माँगनी पड़ी।