AAP की पूर्व विधायक और वर्तमान में कॉन्ग्रेस नेता अलका लांबा हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक धरना-प्रदर्शन में गईं। वहाँ जाने-अनजाने एक ऐसी हरक़त हो गई, जिस पर सोशल मीडिया के यूज़र्स जमकर हँसी के ठहाके लगा रहे हैं।
दरअसल, धरना-प्रदर्शन के दौरान जब वो हाथ में माइक लिए लोगों से बात कर रही थीं, तो जिस शख़्स को उन्होंने अपना फ़ोन फ़ेसबुस से लाइव स्ट्रीमिंग के लिए दिया था, वो फ़िल्टर्स हटाना भूल गया। इससे हुआ यह कि उस दौरान अलका लांबा जिस भी व्यक्ति से उनकी परेशानी पूछने जातीं, उस व्यक्ति के चेहरे पर कभी बिल्ली, पिल्ले और दाढ़ी-मूँछ वाला फ़िल्टर आ जाता। इससे वो व्यक्ति कभी बूढ़ा दिखने लगता, तो कभी उसके चेहरे पर अचानक मूँछें आ जातीं, कभी लंबी दाढ़ी दिखने लगती तो कभी बिल्ली जैसे कान वाली शक़्ल दिखने लगती।
ऐसा ही भद्दा मज़ाक हुआ एक दिव्यांग व्यक्ति के साथ। जब अलका लांबा उनके पास पहुँची तो दिव्यांग व्यक्ति के चेहरे पर कभी गॉगल्स का फ़िल्टर लग जाता है, तो कभी सिर पर हैट लग जाता है, कभी बैंगनी रंग की मूँछ लग जाती है। ऐसा तब तक होता रहा, जब तक अलका लांबा उस व्यक्ति से बात करती रहीं।
इसके बाद अलका लांबा जब एक महिला के पास पहुँची तो उनके चेहरे पपर लंबी दाढ़ी वाला फ़िल्टर लग गया, जिससे वो बूढ़ी नज़र आने लगीं। इसके बाद महिला के चेहरे पर गुगली आँखों वाला फ़िल्टर लग गया, जो बेदह हास्यास्पद लग रहा था।
बता दें कि यह धरना-प्रदर्शन रोज़गार के अवसरों को लेकर पिछले कई दिनों से दिल्ली के मंडी हाउस चौराहे पर हो रहा था। इस दौरान अलका लांबा ख़ुद भी कई फ़िल्टर्स के साथ दिखाई दीं।
लांबा के इस फ़ेसबुक लाइव स्ट्रीमिंग पर कई लोगों ने मज़ेदार टिप्पणियाँ की हैं।
एक साहब SRK ने लांबा को सूचित किया कि वीडियो बनाने वाला व्यक्ति एक ‘साइको’ है। फ़िलहाल, अब इस वीडियो को फ़ेसबुक से हटा लिया गया है।
लांबा की राजनीतिक यात्रा
अलका लांबा हाल ही में आम आदमी पार्टी के साथ अपने सार्वजनिक सम्पर्क टूटने के बाद वापस कॉन्ग्रेस में चली गईं, जहाँ उन्होंने ट्विटर पर सबको बता दिया कि कैसे दिल्ली के सीएम और AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया था। 20 वर्षों से विभिन्न क्षमताओं में कॉन्ग्रेस की सेवा करने के बाद, उन्होंने दिसंबर 2014 में AAP में शामिल होने के लिए पुरानी पार्टी छोड़ दी थी। हालाँकि, AAP में रहने के 5 साल के भीतर, लांबा का पार्टी नेतृत्व से मोहभंग हो गया था। उन्होंने एक साल से अधिक समय तक रूकने के बाद आख़िरकार सितंबर-2019 में पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था।
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