हरियाणा की फरीदाबाद पुलिस सोशल मीडिया पर लगातार चर्चा में है और इसकी वजह है कि वो अपराधियों के खिलाफ कार्रवाइयों की सूचना तो देते ही हैं, लेकिन साथ में उसमें मजाकिया छौंक भी लगाते हैं। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा ओपी सिंह फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं। फरीदाबाद पुलिस अपने ट्विटर हैंडल ‘@FBDPolice’ से खासी सक्रिय रहती है और अपनी कार्रवाई की जानकारी एक अलग अंदाज़ में देती है।
उदाहरण के लिए, जब आसिफ नाम का एक चोर पकड़ाया तो ‘जॉनी-जॉनी’ की तर्ज पर फरीदाबाद पुलिस ने पूरी कविता ही बना डाली – आसिफ़-आसिफ़, हाँ बाबा हाँ, चोरी किया? ना बाबा ना, तारीख़ भुगता, ना बाबा ना, पीओ बन गया, हाँ बाबा हाँ, जेल चलो फिर, ना बाबा ना…”। साथ ही पुलिस ने ‘बुरे काम का बुरा नतीजा’ हैशटैग लगाते हुए आसिफ की तस्वीर भी शेयर की, जिसमें वो पुलिस के शिकंजे में दिख रहा है।
आसिफ़-आसिफ़
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 10, 2021
हाँ बाबा हाँ 🙁
चोरी किया?
ना बाबा ना 😩
तारीख़ भुगता
ना बाबा ना 😢
पीओ बन गया
हाँ बाबा हाँ 😫
जेल चलो फिर
ना बाबा ना 😭😭😭😭#BureKaamKaBuraNatija pic.twitter.com/8VxqGioNus
इसी तरह जब एक ट्रैफिक पुलिस के हवलदार चतुर्भुज ने एक व्यक्ति का 53,000 रुपया गिरा पाकर उसे सौंप दिया तो उनकी तारीफ करते हुए फरीदाबाद पुलिस ने उनके हवाले से लिखा, “आजकल इधर-उधर, अंदर-बाहर, ऊपर-नीचे इतना न सीसीटीवी और मोबाइल कैमरा है कि लौटाने में ज़्यादा फ़ायदा है। आप भी यही करिए।” अपनी हर ट्वीट में पुलिस इमोजी का इस्तेमाल भी बड़े करीने से करती है।
#चौंक_गए_क्या ? उल्टी गंगा बहते देख कर? होता है, होता है। 😀
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 10, 2021
आजकल इधर-उधर, अंदर-बाहर, ऊपर-नीचे इतना न सीसीटीवी और मोबाइल कैमरा है कि लौटाने में ज़्यादा फ़ायदा है।
आप भी यही करिए। ☝️#HonestyIsAMastPolicy – हवलदार चतुर्भुज pic.twitter.com/jHkCvArArA
जब दहेज़ के एक मामले में आरोपित गिरफ्तार हुआ तो फरीदाबाद पुलिस ने उसकी तस्वीर के साथ अपने हैंडल पर लिखा, “2 साल से फ़रार दहेज-लोभी भेड़िया गिरफ़्तार। चालू फ़ोटोग्राफर महेश ने कर डाली दो-दो शादी। क्लेश मचा तो 2nd वाली की कर दी फोटुओं वाली ही इंटरनेशनल बेइज्जती। मियाँ-बीवी का झगड़ा जो भी हो, मुक़दमा तो दहेज का ही दर्ज होता है। देखना है कि बरामद क्या-क्या होता है!”
2 साल से फ़रार दहेज-लोभी भेड़िया 👿गिरफ़्तार। चालू फ़ोटोग्राफर महेश ने कर डाली दो-दो शादी। क्लेश मचा तो 2nd वाली की कर दी फोटुओं वाली ही इंटर्नैशनल बेईज़्ज़ती। मियाँ-बीवी का झगड़ा जो भी हो, मुक़दमा तो दहेज का ही दर्ज होता है। देखना है कि बरामद क्या-क्या होता है! #MarryResponsibly pic.twitter.com/H6fb5CmQ5w
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 10, 2021
जब कुछ लुटेरे गिरफ्तार हुए तो फरीदाबाद पुलिस ने लिखा, “कहता है फ़ैज़, इम्मी और आदिल कि लॉकडाउन में धंधा मंदा था इसीलिए लूट-लूट खेल रहे थे। असल में इन तीनों की बुद्धि मंद थी। पुलिस ने सीटी बजा दी है।
कहता है फ़ैज़, इम्मी और आदिल कि लाक्डाउन में धंधा मंदा था इसीलिए लूट-लूट खेल रहे थे। असल में इन तीनों की बुद्धि मंद थी। पुलिस ने सीटी बजा दी है – #KhelKhatm pic.twitter.com/woErVXrMlD
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 10, 2021
इसी तरह जब एक दिन में कई आरोपितों की गिरफ्तारियाँ हुईं तो उन सबकी तस्वीरें शेयर करते हुए पुलिस ने कविता की तर्ज पर लिखा, लाले की तिजोरी लबालब भरी, किसान की खेती हरी-भरी, आर्टिस्ट का मेक-अप दुरुस्त और पुलिस का लॉक-अप फ़ुल हो तो – मजा ही कुछ और है। अपराधियों को जेल भेजने को लेकर अक्सर ‘जेल-प्रवास’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है।
लाले की तिजोरी लबालब भरी, किसान की खेती हरी-भरी, आर्टिस्ट का मेक-अप दुरुस्त और पुलिस का लॉक-अप फ़ुल हो तो #MazaHiKuchhAurHai pic.twitter.com/hKYkoNgpWU
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 9, 2021
इसी तरह फरीदाबाद पुलिस ने एक पति-पत्नी के झगड़ों को सुलझाने के बाद भी मजे लिए और ट्विटर हैंडल से लिखा, “गृह-त्याग के आधुनिक दृष्टांत। दो साल से एक भड़की पत्नी चम्पत थी और दो महीने से एक फटेहाल पति नौ-दो ग्यारह। हमेशा की तरह करे कोई, भरे पुलिस। मारे-मारे फिरे तो बच्चों की माँ हरदोई मिली और पत्नी का पति हैदराबाद। देखते हैं कितने दिन टिकते हैं।”
#WomenFromHardoiManFromHyderabad गृह-त्याग के आधुनिक दृष्टांत। दो साल से एक भड़की पत्नी चम्पत थी और दो महीने से एक फटेहाल पति नौ-दो ग्यारह। हमेशा की तरह करे कोई, भरे पुलिस। मारे-मारे फिरे तो बच्चों की माँ हरदोई मिली और पत्नी का पति हैदराबाद। देखते हैं कितने दिन टिकते हैं।😁🏡 pic.twitter.com/AyN0N9yHmB
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 9, 2021
इसी तरह जब सुपरमैन का स्टीकर लगा टीशर्ट पहने अपराधी गिरफ्तार हुआ तो फरीदाबाद पुलिस ने कुछ इस अंदाज़ में जानकारी दी, “ये हैं गोलू। बिग-बॉस की फ़ील लेने के लिए पहले इसने सुपरमैन छाप वाला लत्ता ओढ़ लिया। फिर कहीं से देसी कट्टा ख़रीद लाया। इसकी चढ़ती कला को देखते हुए पुलिस ने इसे अपने घेरे में ले लिया है। जेल के सुरक्षित माहौल में उम्मीद है ये उम्दा फ़ील करेगा।”
कुछ पेशेवर चोर गिरफ्तार हुए तो ट्विटर हैंडल से लिखा गया, “इरफ़ान और लल्ला धरा गया चोरी के स्कूटी और मोटर साइकिल के साथ। पेशेवर चोर है। धंधा ही चोरी है। जेल जाना-आना आम बात।”
इरफ़ान और लल्ला धरा गया चोरी के स्कूटी और मोटर साइकल के साथ। पेशेवर चोर है। धंधा ही चोरी है। जेल जाना-आना आम बात। pic.twitter.com/CFMsyaLztD
— People’s Police – Faridabad Police (@FBDPolice) June 8, 2021
अपराधियों के लिए ये पुलिस “तू डाल-डाल, मैं पात-पात” वाला मुहावरा भी इस्तेमाल करती रही है। फरीदाबाद पुलिस जनसेवा के कार्य भी करती है और अक्सर ब्लड डोनेशन कैम्प्स और जागरूकता अभियान भी चलाती है। गाँजा के साथ गिरफ्तार अपराधियों से पूछती है कि भाई इतना क्यों पीते हो? पर्यावरण के लिए हजारों पेड़-पौधे लगाती है। मिसिंग लोगों के परिजनों को खोजने के लिए भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती है।
ओपी सिंह खुद एक बुद्धिजीवी हैं, जो अपने लेखों के जरिए अक्सर अपनी बात रखते रहते हैं। उनका कहना है कि लोग चाहते हैं कि पुलिस एक ही समय में बाघ की तरह बहादुर हो, मदर टेरेसा की तरह निःस्वार्थ हो और नौकरों की तरह बात मानने वाली हो। वो पुलिस होने को एक चुनौती मानते हैं। ओपी सिंह अपने लेख के जरिए जूनियर अधिकारियों को सलाह भी देते हैं कि वो एक अच्छे पुलिसकर्मी कैसे बनें।
IPS ओम प्रकाश सिंह (OP Singh) 1997 बैच के अधिकारी हैं। इससे पहले वह मुख्यमंत्री कार्यालय में कम्युनिटी पुलिस ऐंड आउटरीच विभाग में स्पेशल ऑफिसर के पद पर तैनात थे। महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए भी उनका अभियान चल रहा है। ‘Say Yes to Sports’ ‘हौसलानामा’ और ‘जिन ढूँढा तिन पाइयाँ’ जैसी पुस्तकें लिख चुके हैं। सुशांत के लिए प्यार इतना कि आज भी उनके ट्विटर हैंडल की प्रोफ़ाइल और कवर पिक में वो अपने दिवंगत साले के साथ ही दिख रहे हैं।