पाकिस्तान: एक आदमी कबूतर के विष्ठा से भगा रहा कोरोना, दूसरा बता रहा सपने में आया वायरस

वायरल विडियोज़

कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस समय अपने-अपने स्तर पर इसका इलाज बता रहे हैं। कई लोग घरेलू नुस्खे बताकर इसे दूर करने की सलाह दे रहे हैं, तो कुछ लोग ऐसे हैं जो हवा में तीर छोड़कर इसे जड़ से खत्म करने के दावे कर रहे हैं। कुछ इसके फैलने की वजह को मजहब से जोड़कर बता रहे हैं।

इन दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे ही कुछ विडियो वायरल हो रहे हैं। ज्यादातर विडियो मौलवियों के हैं। इनमें से एक विडियो में एक व्यक्ति कोरोना को जड़ से खत्म करने का नुस्खा बता रहा है। बता रहा है कि आखिर कोरोना वायरस है क्या और उसने पूरे विश्व में क्यों कोहराम मचा रखा है।

अब, जब ये दोनों विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं तो आइए बताते हैं कि मौलवी अपनी बातों के पीछे क्या तर्क दे रहे हैं। एक मौलवी साहब पाकिस्तान में कोरोना के फैलते प्रभाव को देखते हुए कहते हैं कि कोरोना वायरस का इलाज अल्लाह ताला ने उनके दिमाग में डाल दिया है और ये इलाज एकदम परफेक्ट है। बस कबूतर के विष्ठा को पानी में मिलाकर तीन बार पीना है। चूँकि कबूतर अल्लाह-अल्लाह करता है इसलिए ये इलाज सही है।

मौलवी कहते हैं कि अगर कोई उनकी इस बात को गलत साबित करता है तो वह उसे बताना चाहते हैं कि कबूतर जिस भी चीज को अपनी चोंच में लेता है और उसे अपने गले से नीचे करता है, वो अगर जहरीली हो या जो कुछ भी हो उसे हजम कर देता है। इसके लिए एक झिल्ली होती है। अगर इसका इस्तेमाल शुगर वाले मरीज करते हैं तो उनकी शुगर भी गायब हो जाएगी।

अब हालाँकि, ये बातें कितनी हास्यास्पद हैं, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। लेकिन सोशल मीडिया पर विशेष समुदाय के कुछ लोग इसे सच मानकर आगे बढ़ा रहे हैं और बाकी अन्य यूजर उनकी चुटकी ले रहे हैं।

https://twitter.com/TarekFatah/status/1240764531468632070?ref_src=twsrc%5Etfw

इसी तरह एक अन्य वायरल विडियो में भी एक मौलवी लोगों को कोरोना वायरस के बारे में बता रहा है। मौलवी कहते हैं कि कोरोना वायरस को लेकर बांग्लादेशी युवक को इटली में सपने आया। सपने में उसने कोरोना वायरस को इंसानी शक्ल में देखा। जब व्यक्ति ने पूछा कि तू कौन है, तो उसने कहा- कोरोना वायरस। उसने पूछा- तू किसलिए आया है? तो वायरस ने बताया कि जहाँ से वायरस शुरू हुआ, वहाँ तीन चीनियों ने आयशा नाम की औरत से रेप किया था और उसके मुँह पर पट्टी बाँध दी थी।

अब चूँकि वो कुछ बोल नहीं सकती थी। इसलिए उसने अपने मन में अल्लाह को याद किया और रोकर उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया। उसने कहा, “या अल्लाह क्या हो रहा है कि क्या कोई मुझे बचाने वाला नहीं?” अब जैसा ही वो तीन लोग रेप करके वहाँ से उठे। तो कोरोना वायरस की शक्ल में अल्लाह का अजाब आया और तीनों बंदे तो वहीं खत्म हो गए। इसके बाद दो सिक्योरिटी गार्ड जो इस जुर्म की पहरेदारी कर रहे थे उन पर ये कहर बरपा।

मौलवी के अनुसार, अल्लाह इस बात से नाराज हुए कि उन लोगों ने समुदाय विशेष को कहा था कि आपको नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं, मस्जिदें खोलने की इजाजत नहीं, कुरान-ए-पाक पढ़ने की इजाजत नहीं… जो देश सुपर पावर बना बैठा था वहाँ अल्लाह ने जरा सी देर में लाखों को जमीन पर फेंक दिया।

इससे पहले भी एक मौलवी की विडियो सामने आई थी। इसमें कोरोना वायरस को वह मौलवी उइगरों पर हो रहे अत्याचारों की सजा बता रहा था। लेकिन बाद में मालूम हुआ कि वह खुद ही कोरोना से संक्रमित हो गया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया